Rahat Indori Shayari
Rahat indori shayar: This post contains Rahat indori sher shayari in hindi font.This post also includes Rahat indori romantic shayari in hindi images. You will love to share this Rahat indori best shayari with your friends on social media.
Rahat indori ki shayari
मुझसे बात ना करके वो खुश है
तो शिकायत कैसी।
और मै उसे खुश भी ना देख पाऊ
तो मोहब्बत कैसी।
मै आखिर कौन सा मौसम तमहारे नाम कर देता,
यहा हर एक मौसम को गुजर जाने की जल्दी थी।
रोज पत्थर की हिमायत मे गजल लिखते है,
रोज शीशों से कोई काम निकल पड़ता है।
हसरतें कुछ और हैं...
वक्त की इल्तजा कुछ और है...
कौन जी सका है...
ज़िन्दगी अपने मुताबिक...
दिल चाहता कुछ और है...
होता कुछ और है...
मैं समुंदर का लिबास हूं
अभी इस नदी को पता नहीं।
यह सब मुझमें आके मिल गई
में किसी में जाके मिला नहीं।।
Rahat indori sher
हमसे पहले भी कई मुसाफिर गुजरे होंगे,
कम से कम राह के पत्थर, तो हटाते जाते
कितना प्यार है तुमसे,
कैसे तुमे अपनी शायरी के सहारे बताऊँ....
महसूस कर मेरे एहसास को,
अब गवाह मैं कहाँ से लाऊँ.
तजुर्बे ने एक बात सिखाई है
नया दर्द ही पुराने दर्द की दवाई है।
Rahat indori shayari in hindi
ये हवाएं उड़ न जाए ले के कागज का बदन ,
दोस्तों मुझ पर कोई पत्थर जरा भारी रखो।
हर कोई तेरे आशियाने का पता पूछता है,
न जाने किस किस से वफा के वादे किये है तूने !!
जिसके लफ़्ज़ों में हमें अपना अक्स मिलता है,
बड़े नसीबों से ऐसा कोई शख़्स मिलता है..!!
बात कोई और होती तो
हम कह भी देते आप से,
कम्बख्त मोहब्बत हैं
बताई भी तो नहीं जाती !!
Rahat indori shayari
वो चाहता था की कासा खरीद ले मेरा,
मई उस के ताज की कीमत लगा के लौट आया
हर कोई तेरे आशियाने का पता पूछता है,
न जाने किस किस से वफा के वादे किये है तूने !!
जिसके लफ़्ज़ों में हमें अपना अक्स मिलता है,
बड़े नसीबों से ऐसा कोई शख़्स मिलता है..!!
बात कोई और होती तो
हम कह भी देते आप से,
कम्बख्त मोहब्बत हैं
बताई भी तो नहीं जाती !!
बीमार को मर्ज की दवा देनी चाहिए ,
मै पीना चाहता हु तो पीला देनी चाहिए
उसने हँसकर देखा मुझे, दिल में सवाल सा हो गया
उससे दिल की बात कही और बवाल सा हो गया
मैं हूँ, दिल है, तन्हाई है,
तुम भी होते तो अच्छा होता..
ए ख़ुदा कसमें सच्ची होती तो,
क्या हो गया होता।
उसने खाई थी कसमें इतनी झूठी,
के तू भी मेरे साथ मर गया होता।
बहुत गुरूर है दरिया को अपने होने पर ,
जो मेरी प्यास से उलझे तो धज्जिया उड़ जाए
बार बार जाती है नजर क्यों
तुम पर मेरी कलम की..!!
शायद अधूरी मुहब्बत हो तुम
मेरे पिछले जन्म की....!!
काश एक शायरी कभी
तुम्हारी क़लम से ऐसी भी हो...
जो मेरी हो, मुझ पर हो और
बस मेरे लिए ही हो..
.
Rahat indori sher
मैंने अपनी खुश्क आँखों से लहू छलका दिया,
इक समंदर कह रहा था मझको पानी चाहिए
अगर शक है मेरी मोहब्बत पे
तो दो चार गवाह बुला लो,
हम आज, अभी, सबके सामने,
ये जिन्दगी तेरे नाम करते है....!!
माना कि तेरे दर पे हम
खुद चलकर आये थे ऎ इश्क़
लेकिन दर्द दर्द और बस दर्द
ये कहाँ की मेहमान नवाजी है।
Rahat indori shayari in hindi
नजरअंदाज करने वाले
तेरी कोई ख़ता ही नही
महोब्बत क्या होती है
शायद तुझको पता ही नही...
चुपके से आकर मेरे कान मे,
एक तितली कह गई अपनी ज़ुबान मे…
उड़ना पड़ेगा तुमको भी,
मेरी तरह इस तूफान मे…
तेरे फ़ोटो की धूप से
अब मैं ख़ुद को सेक रहा हूँ !
लग रहा कितने सदियों बाद
तुझे फिर से देख रहा हूँ !
ना बरसाओ यू मोहब्बत बारिशो की तरह
हम जो फिसल गए तो गजब होगा।
संगदिलों की दुनिया है ये,
यहाँ सुनता नहीं फ़रियाद कोई,
यहाँ हँसते है लोग तभी,
जब होता है बरबाद कोई।
बहुत खूबसूरत है तुम्हारी मुस्कराहट,
पर तुम मुस्कुराती कम हो।
सोचता हूँ देखता ही रहू तुम्हे,
पर तुम नज़र आती ही कम हो।
Rahat indori romantic shayari in hindi
दम तोड़ जाती है
हर शिकायत लबों पे आकर,
जब मासूमियत से वो कहती है
मैंने क्या किया है ?
जिन्दगी, रिश्ते,
मोहब्बत, आरजू, ख्वाब,
फल तो ज़हरीले हैं,
लेकिन जायका लाजवाब है
दर्द को दर्द है दर्द कहने लगा
दर्द की आंख से दर्द बहने लगा,,,
दर्द ने जब दिया दर्द को दर्द है
तब से बेदर्द भी , दर्द सहने लगा ।।
Rahat indori ki shayari
कहीं तुम भी न बन जाना
किरदार किसी किताब का,
लोग बड़े शौक से पढ़ते है
कहानिया बेवफाओं की....
तरह - तरह से भुलाया मगर
ये हाल हुआ....
हर एक "खयाल" से पैदा तेरा
खयाल हुआ...
मुश्किल बस इतनी है हमें.. जताना नहीं आता,
इल्ज़ाम ये लगा है कि हमें निभाना नही आता....
नींद तो हर रोज आती,पर,
अब सुकून नही आता ।
Rahat indori sher
आज हर चीज बिक गयी बाज़ार में
पर हमारी तन्हाई को खरीदने एक ना आया
इंसानो की बस्ती का
यही तो बस एक रोना है
अपने हो तो ज़ज्बात,
दूसरों के हों तो खिलौना है...
खुशियों का यह दौर है
पर हम जानते हैं
हकीकत कुछ और है
ज़िन्दगी की हकीकत को
बस इतना ही जाना है
दर्द में अकेले हैं और
खुशियों में सारा जमाना है…
Rahat indori shayari
टूट कर अब हम बिखरने लगे हैं
सच छोड़ कर झूठ अब निखरने लगे हैं।
सब एक चराग के परवाने होना चाहते हैं
अजीब लोग हैं दीवाने होना चाहते हैं.....
कभी किसी को छला नहीं,
ए तो मैं चला नहीं....
सितारे भी जाग रहे हो,
रात भी सोई ना हो,
ऐ चाँद मुझे वहाँ ले चल जहाँ
उसके सिवा कोई ना हो
Rahat indori romantic shayari in hindi
काश ये दिल बेजान होता,
ना किसी के आने से धडकता,
ना किसी के जाने पर तडपता.
रात तो क्या,
पूरी जिन्दगी भी,
जाग कर गुजार दूँ तेरी खातिर।
बस तू एक बार कह कर तो देख कि,
मुझे तेरे बिना नींद नही आती।
Rahat indori ki shayari
सोचा था इस कदर उनको भूल जाएँगे,
देखकर भी अनदेखा कर जाएँगे,
पर जब जब सामने आया उनका चेहरा,
सोचा एस बार देखले, अगली बार भूल जाएँगे……
तो नजर जमाये रखना ग़ालिब,
क्योंकि नसीब हो या दुपट्टा,
सरकता जरुर है.!!
वो आँखें जिन से मुलाक़ात इक बहाना हुआ.....
उन्हें ख़बर ही नहीं कौन कब निशाना हुआ....
Rahat indori sher
इंतज़ार ऐ इश्क में
बैचैनी का आलम मत पूछो
हर आहट पर लगता है,
वो आये है… वो आये है....
से पढी जाती है
हया की कहानी
चेहरे पर नकाब डाल के
कोई पारसा नही होता...
दुपट्टा क्या रख लिया उसने सर पर
वो दुल्हन नजर आने लगी
उसकी तो अदा हो गई और
जान हमारी जाने लगी...
Rahat indori shayari in hindi
या खुदा हमे माफ कर अब तेरी नही
उनकी इबादत करने लगे हैं।
चाँद अपना था और ना तू अपना था ...
काश दिल भी मान लेता ....की सब सपना था ...
कुछ ज्यादा नही जानते मोहब्बत के बारे में,
बस उन्हें सामने देखकर मेरी तलाश खत्म हो जाती है।
Rahat indori shayari
कुछ लोग जाहिर नहीं करते
मगर परवाह बहुत करते हैं।
मैं 60 किलो का पुरुष
वो 80 किलो की नारी
वजन से ही दबकर मर गई मुहब्बत हमारी।
जमाना कुछ भी कहे
उसकी परवाह ना कर
जिसे ज़मीर ना माने
उसे सलाम ना कर ।
Rahat indori best shayari
किसी ने धुल क्या झोकी आँखो मे
कमाल तो देखो
पहले से अच्छा दिखने लगा है ...!!
तेरी शान में क्या नज़्म कहूँ
अल्फाज नही मिलते. . .
कुछ गुलाब ऐसे भी हैं
जो हर शाख पे नही खिलते. . .
कैसे करें हम खुद को,
तेरे प्यार के काबिल..
जब हम आदतें बदलते हैं
तो तुम शर्तें बदल देते हो...
मुझे मालूम है
कि ये ख्वाब झूठे हैं
और ख्वाहिशें अधूरी हैं
मगर जिंदा रहने के लिए
कुछ गलतफहमियां भी जरूरी हैं…
सफर है ख्वाबों का ...
सुबह एक तलाश है मंजिल की .......
महफ़ूज रख, बेदाग़ रख,
मैली ना कर ज़िन्दगी
मिलती नहीं इंसान को,
किरदार की चादर नई।
Rahat indori sher
मैंने कहा मैंने मेरा सबकुछ तुम्हे दिया...
तुमने सुना मैंने तुम्हारा सब छीन लिया....
व्यवहारिक नही
अब दुनिया व्यवसायिक है...
सम्बन्ध उनसे ही मधुर है
जिनसे मुनाफा अधिक है....
तुझे हम इश्क करना सिखायेगे
दो पल रुक तुझे धरती पे ही जन्नत दिखाएंगे।
Rahat indori shayari in hindi
वक्त सिखा देता है
उसूल जिन्दगी का
फिर नसीब क्या?
लकीर क्या?
और तकदीर क्या?
मुझे रब ने सिर्फ
सब को तंग करने के लिए बनाया है
ये इश्क का तो तूने हम पे इल्जाम लगाया है।
Mujhe rab ne sirf ,
Sab ko tang Karne k liya banaya hai,
Ye ishq ka to tune ham pe iljam lagaya hai
किस्मत भी हम पर क़यामत ढा गयी
हम उनके लिए जगे,उन्हें नींद आ गयी।
Kismat bhi hum par kayamat dha gayi,
Ham unke liye jage,unhe nind aa gayi
Rahat indori best shayari
हाथ तो उनके भी गंदे हुए होंगे,
जिन्होंने मेरे नाम पर कीचड़ उछाला है..!
Hath to unke bhi gande honge,
Jinhone mere naam par kichad uchhala hoga.
सच्चे किस्से शराबखाने में सुने,
वो भी हाथ मे जाम लेकर,
झूठे किस्से अदालत में सुने,
वो भी हाथ मे गीता-कुरान लेकर....
Sache kisse sharabkhane me sune,
Wo bhi hath me jaam lekar,
Jhut kisse adalat me sune,
Wo bhi hath me gita kuran lekar
Rahat indori romantic shayari in hindi
आधे से कुछ ज्यादा पूरे से कम....
कुछ ज़िन्दगी कुछ गम,
कुछ इश्क़ कुछ हम
Adhe se kuch jyada pure se Kam,
Kuch jindagi kuch gam,
Kuch ishq kuch hum
अक्सर कमजोर बना देती है तारीफे,
जब सामने आती है हकीकत की दीवारें।
Aksar kamjor bana deti hai tareefein,
Jab samne aati hai haqiquat ke diware.
Rahat indori ki shayari
मेरे ख़याल से अब हम
तेरे.ख़्याल में भी नहीं बचे..
Mere khayal se ab hum,
Tere khayal me bhi nahi Bache.
यूँ ना आया करो बिना ताल्लुक के तुम ख़्वाबों में,
घरवाले देख लेंगे तो क्या जवाब दूँगा मै
Yu na aaya karo bina talluk ke tum khwabon me,
Gharwale dekh lenge to Kya jawab dunga Mai
Rahat indori sher
बहुत से रिश्ते इसलिए भी ख़त्म हो जाते है,
क्यूँकी एक सही बोल नहीं पाता और
दूसरा सही समझ नहीं पाता.......
Bahut se rishte isliye bhi khatm ho Jate hai,
Kyuki ek sahi bol nahi pata aur
Dusra sahi samajh nahi pata ..
एक पंखा ही मेरी तन्हाई में रात भर
मुझसे बात करता था
कमबख्त मौसम की दस्तक ने
उसकी भी जबान छिन ली।
Ek pankha hi Meri tanhai me rat bhar
Mjhse bat karta tha,
Kambakht mausam ki dastak ne,
Uski bhi jaban chhin li.
Rahat indori shayari in hindi
मोहब्बत क्या होती है मालूम नहीं था,
बस एक पागली मिली,
और जिन्दगी , सत्यानाश हो गयी.
Mohabbat Kya hoti hai maloom nahi tha,
Bas ek pagli mili,
Aur jindagi satyanash ho gayi.
जिस दिन.... तेरे हाथो की पकड़ ढीली पड़ी थी
समझ गया था तभी कि अब रास्ते बदलने वाले है।
Jis din tere hathon ki pakad dhili padi thi,
Samajh Gaya tha tabhi ki ab rashte badalne wale hai.
Rahat indori shayari
कुछ दर्द होना चाहिए
जिंदगी में जनाब
अपने
ज़िंदा होने का
एहसास होता है।
Kuch dard hona chahiye,
Jindagi me janab,
Apne,
Jinda hone ka,
Ehsas hota hai
कल की सोच कर
आज को क्यों बर्बाद करते हैं
चलो आज - आज पर अमल करते हैं
Kal ki soch Kar
Aaj ko kyo barbaad karte hai,
Chalo aaj -aaj par amal karte hai.
Rahat indori ki shayari
बनाया तो था खुद की जिंदगी के लिए
मगर दिल किसी और के लिए धड़कने लगा।
जो हुआ उसका गम न कर
रो रो कर आँखे नम न कर
ज़िन्दगी का खेल निराला है एक अँधेरे से
अपना उजाला कम न कर!
इस मतलबी दुनिया की
एक बात नीराली थी
सबके पास सब कुछ थी
बस दिल वाली जगह खाली थी।
हज़ार महफ़िल है.... लाख मेले है
जहाँ आप नहीं.... वहाँ हम अकेले हैं...!!
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