Gussa Shayari (गुस्सा शायरी): नमस्कार दोस्तो,हमेशा की तरह आज फिर से हाजिर है एक नए पोस्ट के साथ जिसका टाइटल Gussa Shayari In Hindi है। गुस्सा सभी को कभी ना कभी आता है वो इस बात पर निर्भर करता है कि उसके पीछे कारण क्या है। बात चाहे जो भी हो हमे हमेशा अपने आप पर कंट्रोल रखना चाहिए। कभी कभी प्यार में भी नोक झोक हो जाता है और गुस्सा आता है, तो आज की ये पोस्ट Gussa Shayari पर है। हम उम्मीद करते है कि इस पोस्ट की गुस्सा शायरी आपको अच्छी लगेगी और इसे आप अपने दोस्तो के साथ शेयर करेंगे।
हर चेहरे पर उदासी है गम है,
या फिर गुस्सा है शहर में,
ये कौन सी खैरात बंट रही है इन दिनो।
तुम्हारा तो गुस्सा भी इतना प्यारा है की,
दिल करता है दिन भर तुम्हे तंग करता रहूँ ।
ग़ुस्सा भी है तहज़ीब-ए-तअल्लुक़ का तलबगार,
हम चुप हैं भरे बैठे हैं गुस्सा न करेंगे।
Gussa Shayari In Hindi - मैंने सब तोड़ दिया
माँ ने कहा था कभी किसी का दिल मत तोडना,
इसलिए हमने दिल को छोड के बाक़ी सब तोड़ा।
इतना भी गुमान न कर आपनी जीत पर ऐ बेखबर,
शहर में तेरे जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार के हैं।
मेरी शराफत को तुम बुझदिली का नाम मत दो,
क्यूंकि दबे ने जब तक घोड़ा,
तब तक बन्दूक भी खिलौना ही होता है।
Gussa Shayari Image - आपका नाम भी मिटा देंगे
रूठ जाओ कितना पर मना लेंगे,
दूर जाओ कितना भी बुला लेंगे,
दिल आखिर दिल हैं कोई सागर की रेत तो नहीं,
जो लिख के नाम आपका मिटा देंगे।
गुस्सा इतना है कि तुमसे कभी बात भी ना करूँ,
फिर भी दिल में तेरी फिक्र खुद से ज्यादा है।
रियासते तो आती जाती रहती हे,
मगर बादशाही करना तो,
आज भी लोग हमसे सीखते हे।
गुस्सा शायरी - कुछ सच्चे भी होते है
जिन्हें गुस्सा आता है वो लोग सच्चे होते हैं,
मैंने झूठों को अक्सर मुस्कुराते हुए देखा है।
गुस्सा इतना की कॉल नहीं उठाना,
मेसेज का रिप्लाइ नहीं करना,
और मोहब्बत इतनी की बार बार चेक करना की कुछ मेरे लिए पोस्ट किया की नही।
कुत्ते भोंकते हे अपना वजूद बनाये रखने के लिये ,
और लोगो की खामोशी हमारी मौजूदगी बया करती हैं।
Gussa Shayari - तुम हम पे मरते हो
नाराज क्यूँ होते हो किस बात पे हो रूठे,
अच्छा चलो ये माना तुम सच्चे हम ही झूठे,
कब तक छुपाओगे तुम हमसे हो प्यार करते,
गुस्से का है बहाना दिल में हो हम पे मरते।
नाराज मत हुआ करो कुछ अच्छा नहीं लगता है,
तेरे हसीन चेहरे पर यह गुस्सा नहीं सजता है,
हो जाती है कभी कभी गलती माफ कर दिया करो, चाहने वालों से बेदर्दी यह नुस्खा नहीं जचता है।
हुकुमत वो ही करता है जिसका दिलो पर राज हो!!
वरना यूँ तो,
गली के मुर्गो के सर पे भी ताज होता है।
Gussa Shayari Image - मेरी फितरत तुम्हें नहीं पता
आग लगाना मेरी फितरत में नही है,
मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर।
जो बेहतर होते है उन्हें इनाम मिलता है,
जो बेहतरीन होते है उनके नाम पर इनाम होता है।
अपना भला कौन क्या बिगाड़ेेगा,
अपनी तो किस्मत उसने लिखी है,
जिसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
Gussa Shayari In Hindi - वक़्त की कीमत
हम तो खुशियाँ उधार देने का कारोबार करते है,
कोई वक़्त पे लौटाता नहीं है इसलिए घाटे में हैं।
ज़िन्दगी की Race में जो लोग आपको दौड़ कर हरा नहीं पाते,
वही लोग आपको तोड़ कर हराने की कोशिश करते है।
सबसे ज्यादा गुस्सा खुद पर तब आता हैं,
जब प्यार भी हम करें इंतज़ार भी हम करें,
जताये भी हम और रोयें भी हम।
गुस्सा शायरी - उसका गुस्सा और मेरा प्यार
उसका गुस्सा और मेरा प्यार एक जैसा है,
क्यूंकि ना तो उसका गुस्सा कम होता है और ना मेरा प्यार।
गुस्सा न करो इतना कि वो शिकायत बन्न जाये,
रहो न दूर इतना के हम अकेले हो जाये,
दुनिया का एक रिवाज हमे भी पता है,
प्यार न करो किसीसे इतना की वो जरुरत बन जाए।
हम आज भी शतरंज़ का खेल अकेले ही खेलते हे ,
क्युकी दोस्तों के खिलाफ चाल चलना हमे आता नही।
Gussa Shayari - आगे क्या होगा तुम क्या जानो
हम थोड़ी सी Style क्या मारे की आँखे बड़ी हो गयी,
अभी तो Entry मारी हैं आगे-आगे Dekho होता हैं क्या
किसी की चंदगलतियों पर न कीजिये कोई फैसला,
बेशक कुछ कमियां होगी पर खूबियाँ भी तो होंगी।
शेर खुद अपनी ताकत से राजा कहलाता है,
जंगल मे चुनाव नही होते।
तुम कभी कभी गुस्सा कर लिया करो,
मुझसे मेरे सनम यकीन हो जाता है,
की अपना तो समझते हो।
उसकी आंखों में पढ़ ली थी वो बाते मैंने,
जिन्हे छुपाने के लिए वो गुस्सा दिखाया करती थी।
Read Also: