Gajab Shayari: नमस्कार दोस्तो, हमेशा की तरह आज फिर से हाजिर है एक नए पोस्ट के साथ जिसका टाइटल है गजब शायरी। हमारा हमेशा से यही प्रयास रहा है कि हम आप लोगो के लिए कुछ नया पोस्ट करे जो आपके दिल को छू जाए। इस साइट पर आपको हर तरह की शायरी मिल जाएगी जो आपको चाहिए।
हम उम्मीद करते है कि इस पोस्ट की Gajab Shayari In Hindi आपको अच्छी लगेगी और इसे आप अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करेंगे।
खेलने की अदा भी अजब थी,
हँसते हँसते दिल तोड़ दिया।
वफा की जंग मत लड़ना ये बेकार जाती है,
ज़माना जीत जाता है मोहब्बत हार जाती है।
हमारे बाद भी तुम कहकहे लगाते हो,
हम तुम्हारे बाद किसी से बात तक नहीं करते।
चुका सको कीमत तो चुका देना,
वरना तुम मेरी बेवफा ही सही।
उसके जाने की अदा से यकीन हो गया,
लौटकर आने का वादा वो भूल जाएगा।
Gajab Shayari In Hindi
अलविदा कह कर वो पीछे मुड़ा ही नही,
हम भी बेवजह ही आँसू बहाते रह गए।
झाँकने की कुछ बेहतरीन जगहों में से,
एक जगह अपना गिरेबान भी है।
पाँव में अब कोई ज़ंजीर नहीं डालते हम,
दिल जिधर ठीक समझता है उधर जाते हैं।
लो चल दिये वो हमको तसल्ली दिए बग़ैर,
आज फिर बार - बार हमको अनकहा कर।
लो चल दिये वो हमको तसल्ली दिए बग़ैर,
आज फिर बार - बार हमको अनकहा कर।
गजब शायरी
जाते हुए उसको भी मलाल नहीं था,
हमने भी मुड़ते हुए सिगरेट जला ली।
सीने की जगह कान में धड़कता है मेरा दिल,
जब से कहा है उसने कि हम फोन करेंगे।
ये सोच कर रूठा जाए,
शायद वो मनाने आये।
तुम्हे भी नींद सी आने लगी है थक गए हम भी,
चलो हम आज ये किस्सा अधूरा छोड़ देते है।
“तेरी हर बात पर ये सोच कर यकीन किया,
ये तेरे सुर्ख से लब झूठ कहाँ बोलेंगे।
Shayari Gajab Ki
ये किसने बाग़ से उस शख्स को बुला लिया है,
परिंदे उड़ गए पेड़ों ने मुँह बना लिया है।
आप से गुफ्तगू करने का बहुत मन करता है,
पर कभी वक़्त नही होता,कभी तुम नही होती।
वो मुझे नहीं चाहती तो क्या हुआ,
क्या इतनी सी बात पर में उसे चाहना छोड़ दूं।
मिटाने की कोशिश तुमने भी की, हमने भी की,
हमने फासला, और तुमने हमारा वजूद।
नजरों से इशारे और लबों पर नकाब होता हैं,
थोड़ा थोड़ा तो यारों हर कोई खराब होता हैं।
Ajab Gajab Shayari In Hindi
ख्वाहिशों का काफिला भी बड़ा अजीब है,
अक्सर वहीं से गुज़रता है जहां रास्ता ना हो।
मिलो कभी चाय पर फिर क़िस्से बुनेंगे,
तुम ख़ामोशी से कहना हम चुपके से सुनेंगे।
रुठी हुई खामोशी से,
बोलती हुई शिकायतें अच्छी है।
जिद में आकर उनसे ताल्लुक तोड़ लिया हमने,
अब सुकून उनको नहीं और बेकरार हम भी हैं।
आंखें भी खोलनी पड़ती है उजाले के लिए,
केवल सूरज के निकलने से अंधेर नहीं जाता।
Ajab Gajab Shayari
कब तक रूठे रहोगे हमसे,
अब मैं दिवाली मनाऊँ या फिर तुम्हें।
बहाने और भी होते जो ज़िंदगी के लिए,
हम एक बार तेरी आरज़ू भी खो देते।
तुझे पता क्यों नही चलता,
तेरे बिना मेरा दिल नही लगता।
वो मिल गए तो बिछड़ना पड़ेगा फिर से,
इसी ख्याल से हम रस्ते बदलते रहे।
ज़रा एहतियात बरत ए ज़िंदगी चोट देने में,
जान बसती है मुझमें कोई पत्थर नहीं हूँ।
Ajab Gajab Shayari
कांच के दिल थे जिनके उनके दिल टूट गए,
हमारा दिल था मोम का पिघलता ही चला गया।
बड़े मशहुर होंगे आप पर ऐतबार नही हैं,
ये हमारा दिल है जनाब कोई खैरात नहीं है।
चली जाऊँगी मैं धुंध के बादल की तरह,
देखते रह जाओगे मुझे किसी पागल की तरह।
एक एहसास सा था मेरा उससे वाबस्ता,
आज उसके वजूद से ही मुझे वास्ता नहीं है।
एक रोज़ इक ग़ुलनार से मुहब्बत हुई,
सांसे तमाम उम्र शूल सी चुभती रही।
Gajab Shayari
शक्कर बराबर थी फिर भी चाय फीकी लगी,
तुम्हारी यादें धुंधली होने लगी हैं शायद।
गज़ब है मेरे दिल में तेरा वजूद,
में खुद से दूर और तु मुझमें मौजूद।
हर मुलाक़ात में अपनी,
तुझको दूर होते देखा है।
हर मुलाक़ात में अपनी,
तुझको दूर होते देखा है।
अना कहती है मुहब्बत की इल्तेज़ा क्यूँ करूँ,
मिन्नते तो खुदा से होती तुमसे क्यूँ करूँ।
गजब शायरी
ज़माना हो गया देखो मगर चाहत नहीं बदली,
तेरी ज़िद नहीं बदली, मेरी आदत नहीं बदली।
यही बहुत है कि क़ायम रहे वफ़ा का भरम,
कोई किसी का हुआ है क्या उम्र भर के लिए।
छोड़ दिया उस कोने के धूलों से भरा,
जहाँ कभी उसके ख़्वादों में आंसू था गिरा।
ये आफ़ताब से कह दो कि फ़ासला रखे,
तपिश से बर्फ़ की दीवार गल भी सकती है।
वीरान था दिल का जहाँ, जिस दिन से तूँ दाखिल हुआ,
एक जिस्म से इक जान का दर्जा मुझे हासिल हुआ।
Gajab Shayari In Hindi
एक मुद्दत से तेरे इश्क़ के खुमार में हूँ,
मै इक लम्हा हूँ, और सदियों के इन्तजार में हूँ।
वो दूर था तो बहुत हसरतें थीं पाने की,
वो मिल गया है तो जी चाहता है खोने को।
ख़बर नही मुझे ये ज़िन्दगी कहां ले जाये,
तुम कहीं ठहर के मेरा इंतज़ार मत करना।
तेरी आँखों में जब से मैंने अपना अक्स देखा है,
मेरे चेहरे को कोई आइना अच्छा नहीं लगता।
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