Naraz Shayari: नमस्कार दोस्तो, हमेशा की तरह आज फिर से हाजिर है एक नए पोस्ट के साथ जिसका टाइटल है नाराज शायरी। दोस्तो प्यार में अक्सर रूठना मनाना तो लगा ही रहता है। छोटे छोटे झगड़े से ही अक्सर रिश्तों मेे दूरियां बढ़ने लगती है इसलिए समय से मना लेना भी जरूरी होता है।
अगर आपका भी कोई अपना आपसे नाराज है तो इस पोस्ट की Naraz Shayari In Hindi आपको जरूर अच्छी लगेगी। हम उम्मीद करते है कि इस पोस्ट को आप अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करेंगे।
मुझे हक है तुमसे नाराज होने का,
मैने दिल की गहराइयों से सिर्फ तुमको चाहा है।
वो नाराज़ है तो नाराज़ ही रहने दो जनाब,
किसी के कदमों में गिरकर जिना हमें नहीं आता।
अपनी उम्मीद की टोकरी खाली कर दीजिये,
परेशानियाँ नाराज होकर खुद चली जायेगी।
लौटा देती ज़िन्दगी एक दिन नाराज़ होकर,
काश! मेरा बचपन भी कोई अवार्ड होता।
वो शख्श कैसे दीवाली मनाएं यारो,
जिसकी फुलझड़ी ही नाराज हो।
नाराज शायरी हिंदी में
तू नाराज न रहा कर तुझे वास्ता है खुदा का,
एक तेरा ही चेहरा खुश देख कर तो मैं अपना गम भुलाता हूँ।
नाराज होते हुए भी जो दिल से ज्यादा नाराज नहीं होते,
जिंदगी में कुछ ऐसे अपने बहुत ही खास होते हैं।
नाराज़ ना होना हमारी बेमतलब की शायरियों से क्योंकि,
इन्ही हरकतों से हम हमेशा आपको याद आएँगे।
आसमान हमसे नाराज है तारों का गुस्सा भी बेहिसाब है,
मुझसे जलते हैं ये सब कयोंकि चॉद से बेहतर दोस्त मेरे साथ है।
नादान सी दोस्ती मेरी निभा लेना,
कभी तुम नाराज हुए तो हम झुक जाएंगे,
कभी हम नाराज हुए तो तुम मना लेना।
नाराज शायरी
तुझसे नाराज़ होकर भी तुझसे बात करने का मन,
दिल का ये सिलसिला कभी समझ ना पाएं हम।
नाराज हमेशा खुशियाँ ही होती हैं,
ग़मों के इतने नखरे नहीं होते।
मंजिल का नाराज होना भी जायज था,
हम भी तो अजनबी राहों से दिल लगा बैठे थे।
मोहब्बत तो मोहब्बत है और हमेशा तुमसे रहेगी,
फिर चाहे तो नाराज हो बेरुखी दिखाए,
खामोश हो जाये जलाये या भूल जाये।
तु मिल गई है तो मुझ पे नाराज है खुदा,
कहता है की तु अब कुछ माँगता नहीं है।
Naraz Shayari For Boyfriend
तेरी होठों की खामोशी भी आवाज हो जाती है,
बालों को यूं ना करो हवाएं नाराज हो जाती है।
नाराज़ ना होना हमारी शरारतों से क्योंकि,
इन्ही शरारतोंसे हम हमेशा आपको याद आएँगे।
नाराज़ ना होना हमारी शरारतों से क्योंकि,
इन्ही शरारतोंसे हम हमेशा आपको याद आएँगे।
तेरी होठों की खामोशी भी आवाज हो जाती है,
बालों को यूं ना बांधा करो, हवाएं नाराज हो जाती है।
नाराज़ ना होना कभी बस यही एक गुज़ारिश है,
महकी हुई इन साँसों की साँसों से सिफ़ारिश है।
Naraz Shayari For Girlfriend
उदास हूँ पर तुझसे नाराज़ नहीं,
तेरे दिल में हूँ पर तेरे पास नहीं,
झूठ कहूँ तो सब कुछ है मेरे पास,
और सच कहूँ तो तेरे सिवा कुछ नहीं।
मेरे दिल से उसकी हर गलती माफ हो जाती है,
जब वो मुस्कुरा के पूछती है नाराज हो क्या I
कहां मालूम था कि सुख और उम्र की आपस में बनती नहीं,
सुख को घर लाया तो उम्र नाराज होकर चली गई।
नाराज क्यों होते हो चले जायेंगे बहुत दूर,
जरा टूटे हुए दिल के टुकङे तो उठा लेने दो।
Naraz Shayari In Hindi
सुनो कभी तुम नाराज हूए तो हम झुक जाएंगे,
कभी हम नाराज हो तो आप गले लगा लेना।
नाराज़ ना होना हमारी बेमतलब की शायरियों से क्योंकि,
इन्ही हरकतों से हम हमेशा आपको याद आएँगे।
कभी तुम नाराज हो गयी तो मै झुक जाऊगा,
और कभी मै नाराज हो गया तुम गले से लगा लेना।
दूरियां जब बढ़ी तो गलत फहमियां भी बढ़ गई,
फिर तुमने वो भी सुना जो मैंने कहा ही नहीं।
मुझे अब उलझना नहीं आता,
मैं अब हार मान जाती हूं।
टूटता है तो चुभता बहुत है क्या कांच,
क्या ख़्वाब क्या रिश्ता, क्या दिल।
प्रेम में पड़े लड़के समाज द्वारा बनाई गई,
मर्दानगी की सीमा लांघ रो पड़ते हैं दिल खोलकर
अपने प्रेम की खातिर।
फिर यूं हुआ कट गई तेरे बगैर भी,
उजड़ी हुई, लूटी हुईं वीरान जिंदगी।
हमे सीने से लगाकर हमारी सारी कसक दूर कर दो,
हम सिर्फ़ तुम्हारे हो जाएं हमें इतना मजबूर कर दो।
अब तुम्हारी याद भी जरा कम आती है,
कुछ आदतें वक्त के साथ सुधर जाती हैं।
Naraz Shayari
साँसें मेरी जिन्दगी मेरी और मोहब्बत भी मेरी,
मगर हर चीज मुकम्मल करने के लिए जरूरत तेरी।
मिल जाए जो आसानी से उसकी ख्वाहिश किसे है,
जो तकदीर में ना लिखा हो पाने की ख्वाहिश तो बस उसकी है।
जर्रा जर्रा वो मुझमें समाता जा रहा है,
क्या उसका भी मेरे जैसा हाल होता जा रहा है।
मुझे नहीं पता मुझसे मिला हर इंसान,
हसा है रोया है मेरी वजह से,
हा इतना जरूर है कि मैने हर वक्त उसे,
सिर्फ खुश करने का प्रयत्न जरूर किया है।
पी लिया जहर अब ताउम्र मरते रहेंगे,
एक वादा था जिसे शराब समझें थे,
मौत भी जुदा नहीं कर सकती कह रहे थे,
रूह तक जहर पहुंचा के हमें अकेला छोड़ गए है।
नाराज शायरी हिंदी में
फिर ना कहना कि हमें फुर्सत नही थी,
हम तो आये पर शायद तुम्हें जरूरत नहीं थी।
किस्तों में मौत आ रही है तेरे चुप हो जाने से,
हो सके तो बात कर किसी बहाने से।
गर मिलना है आशिक़ से तो जाओ किसी मयखाने में,
वरना लिपटे मिलते है जिस्म किसी होटल, झाड़ी या तहखाने में।
किस्मत की लकीरों का, तुम ताज बन जाओ,
कल की बात छोडो,तुम मेरे आज बन जाओ।
कही पर दुआ का इक लफ्ज भी असर कर जाता हैं दोस्त,
तो कही बरसों की इबादत हार जाती हैं।
नाराज शायरी
ख्वाहिशों के बोझ में मेरे दिल तु क्या कर रहा है,
इतना तो जीना भी नहीं है जितना तु मर रहा है।
इश्क़ और election में जो वादे होते हैं ना,
जनाब उसे हवाई फायरिंग कहते हैं।
अपने मियार से नीचे तो मैं आने से रहा,
शेर भूखा ही सही घास तो खाने से रहा।
यानी ये खामोशी भी किसी काम की नहीं,
यानी मैं बयां करके बताऊं कि उदास हूं।
टेंशन से मरेगा ना Corona से मरेगा,
एक शख्स तेरे साथ ना होने से मरेगा।
Naraz Shayari In Hindi
जहां कमरों में कैद हो जाती है जिंदगी,
लोग उसे बड़ा शहर कहते हैं।
मैं सच कहूंगी मगर फिर भी हार जाऊंगी,
वो झूठ बोलेगा और लाजवाब कर देगा।
मनुष्य के चरित्र का सबसे सही परिचय इससे मिलता है,
कि वह किन बातों पर हंसता है।
रिश्ते निभाने आना चाहिए,
धागे तो पेड़ पर भी बंधे होते हैं।