Umeed Shayari: नमस्कार दोस्तो, हमेशा की तरह आज फिर से हाजिर है एक नए पोस्ट के साथ जिसका टाइटल है उम्मीद शायरी। हम सभी को हर समय किसी न किसी चीज की उम्मीद लगी रहती है। हमारे पास कुछ हो ना हो लेकिन उसको पाने कि उम्मीद से ही दिल को खुशी मिलती है। तो अगर आपको भी किसी भी तरह की उम्मीद है तो इस पोस्ट की उम्मीद शायरी जरूर आपको अच्छी लगेगी। इस पोस्ट कि शायरी आपको कैसी लगी कॉमेंट करके जरूर बताइए।
तेरे आने की उम्मीद और भी तड़पाती है,
मेरी खिड़की पे ज़ब शाम उतर आती है।
रख न आँसू से वस्ल की उम्मीद,
खारे पानी से दाल गलती नही।
मुझ से क्या उम्मीद रखोगे तुम वफ़ा के सिवा,
मुझे अपनों से मिला भी क्या है सज़ा के सिवा।
तुम आओ और कभी दस्तक दो इस दिल पर,
प्यार उम्मीद से कम निकले तो सज़ा-ऐ-मौत दे देना।
उम्मीद शायरी हिंदी में
दिल की उम्मीदों का हौसला तो देखो इन्तजार उसका,
जिसको एहसास तक नही।
खासियत ये है हमने हज़ारो रंग बदले,
पर तुम्हारे आने की उम्मीदे अब तक नही छोड़ी।
नारी तुम प्रेम हो आस्था हो विश्वास हो,
टूटी हुई उम्मीदों की एकमात्र आस हो।
मेरी उम्मीद की उम्मीदों को भी,
उम्मीद ये है की तुम लौट आओगे एक दिन।
उम्मीद शायरी
मुझे इंतज़ार करना बेहद पसंद है,
क्यूकी ये वक़्त उम्मीद से भरा होता है।
आज भी इसी उम्मीद में सिगरेट पीते है यारों,
कभी तो जलेगी सीने में रखी तस्वीर उसकी।
यही बहुत है कि तुमने पलट के देख लिया,
ये लुत्फ़ भी मेरी उम्मीद से कुछ ज्यादा है।
एक दस्तक की उम्मीद पे यारो कब तक जीते हम,
कल का वादा करने वाले, मिलने आये भी तो वर्षो बाद।
Shayari On Umeed
खासियत ये है हमने हज़ारो रंग बदले,
पर तुम्हारे आने की उम्मीदे अब तक नही छोड़ी।
कुछ उम्मीद तो थी तेरे आने की सुन ,
आज वो भी टूट गयी।
वैसे मेरा कुछ भी लिखना जायज़ है,
उम्मीद ही नहीं करता क़ोई पढे मुझे।
अपनों को उम्मीद ऐ वफ़ा थी हमसे,
और हम बदचलन बनके ही रह गये।
Umeed Shayari 2 Lines
इसी उम्मीद में खेले जा रहा हूँ बाज़ी ज़िंदगी की,
की बाज़ी खत्म होगी तो पत्ते फिर से बांटे जाएंगे।
मेरे दिल की उम्मीदों का हौसला तो देखो,
इंतज़ार उसका है जिसे मेरा एहसास तक नहीं।
उम्मीद ही होती है शायद ग़म की वजह,
वरना ख़्वाहिशें रखना कोई अपराध तो नही।
मिलने की उम्मीद नहीं है तुमसे,
पर कैसे कह दूँ कि इंतजार नहीं है।
Umeed Shayari Hindi
तुम आओ कभी दस्तक तो दो दर -ए-दिल पर,
मोहब्बत उम्मीद से कम हो तो सजा -ए- मौत दे देना।
किसी से रूठ कर दरवाज़े भले बंद करिए पर,
एक खिड़की ज़रूर खुली रखिए,
गुंज़ाइश की उम्मीदों की।
किसी से रूठ कर दरवाज़े भले बंद करिए पर,
एक खिड़की ज़रूर खुली रखिए,
गुंज़ाइश की उम्मीदों की।
उम्मीद न कर इस दुनिया में किसी से हमदर्दी की,
बड़े प्यार से जख्म देते है शिद्दत से चाहने वाले।
Umeed Shayari In Hindi
कोशिश तो रोज़ करते हैं कि वक़्त से समझौता कर लें,
कम्बख़्त दिल के कोने में छुपी उम्मीद मानती ही नहीं।
जिससे किसी को उम्मीद नही होती,
अक्सर वही लोग कमाल करते है।
ज़िन्दगी वही है जो आज हम जी लें,
जो कल हम जीयेंगे वो उम्मीद होगी।
वो मेरा नहीं फ़िर भी मेरा है,
ये कैसी उम्मीद ने मुझे घेरा है।
Umeed Shayari
अब ख्वाहिश नहीं है तुम्हें पाने की,
हां वो बात अलग है कि उम्मीद पर दुनियां कायम है।
जाते जाते झगड़ा करके उसने बिल्कुल ठीक किया,
प्यार जता कर जाती तो हम रोते रोते मर जाते।
मांगा था जिसे उसे ही हमने खो दिया,
देख कर उसकी पुरानी तस्वीर,
ये दिल कल फिर से रो दिया।
ना वो आए कि राहत हो ना मौत आए कि फुर्सत हो,
पड़ा है दिल कशाकश में ना गम निकले ना दम निकले।
उम्मीद शायरी हिंदी में
मैं शून्य ही सही तुम्हारी जिंदगी में पर मेरी कोशिश रहेगी,
कि तुम्हारे पीछे खड़े रहकर तुम्हारी कीमत बड़ा सकूं।
छुपा रखा है हाल अपनी अम्मी से वरना,
मां की बद्दुआ तुम्हारी नसलें तक उजाड़ सकती है।
बताया था मैंने ही उन्हें मुझे तकलीफ़ किस से होती है,
उन्होंने तो बस जानकारी का सही से फ़ायदा उठाया है।
रात सारी गुजरी इन हिसाबों में मुर्शद,
उसे मोहब्बत थी नहीं थी है या नहीं है।
Shayari On Umeed
मैंने तो सिर्फ़ चाहा था तुझे,
पर तुने तो पाया था मुझे।
धमकियां देते हो जुदाई की,
उफ्फ मोहब्बत में बदमाशियां।
गैरों से कहा तुम ने गैरों से सुना तुम ने,
कुछ हम से कहा होता कुछ हम से सुना होता।
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