Judai Shayari: नमस्कार दोस्तो, हमेशा की तरह आज फिर से हाजिर है एक नए पोस्ट के साथ जिसका टाइटल है जुदाई शायरी। दोस्तो प्यार मोहब्बत करना बहुत आसान होता है एक बार अगर किसी की आदत लग जाए और उसके बाद उससे जुदा होना पड़े तो वो जुदाई का गम होता है वो बहुत तकलीफ देता है। तो दोस्तो आज के इस पोस्ट मेे ऐसे ही कुछ Judai Shayari In Hindi है जो आपको जरूर पसंद आएगा।
तेरी मोहब्बत से रिहाई किसे चाहिए,
तु बांध ले बंधन में तुझसे जुदाई किसे चाहिए।
तेरे प्यार ने मेरी शायरी बना दी,
पर तेरी जुदाई ने मुझे शायर बना दिया।
मिटा ना पाओगें मेरे निशा दिल से,
मिलने से जुदाई तक बेशुमार हुं में।
ना शौक दीदार का ना फिक्र जुदाई की,
बड़े खुश नसीब हैँ वो लोग जो मोहब्बत नहीँ करतेँ।
उनकी जुदाई ने मेरे लफ्ज़ इतने गहरे कर दिये है,
कि जिसने भी पढ़ें दूरियां सी बनने लगा है।
Judai Shayari In Hindi For Girlfriend
बिन जुदाई मोहब्बत कभी सच्ची नहीं होती,
बातें दिलों की सारी हमेशा अच्छी नहीं होती।
मरने के तमाम साधन है,
पर मैं तेरी जुदाई से मर जाऊंगा।
दूर जा कर भी मेरी रूह में मौजूद न रह,
तू कभी अपनी जुदाई भी तो सहने दें मुझे।
जुदाई का दर्द लिखूँ या मिलन का तराना लिखूँ,
मैं कैसे चंद लफ़्ज़ों में अपना सारा प्यार लिखूँ।
किसने बनाया है यें बिछड़ने का रिवाज,
उससे कहो लोग़ मर भी सकते हैं जुदाई में।
जुदाई शायरी
जुदाई किसी की चाहत नही होती,
ये तो किस्मत की बेवफाई होती है।
आज तक याद है वो शाम-ए-जुदाई का समाँ,
तेरी आवाज़ की लर्ज़िश तिरे लहजे की थकान ।
उसे हम छोड़ दें लेकिन बस इक छोटी सी उलझन हैं,
सुना है दिल से धड़कन की जुदाई मौत होती है।
कोशिश तो होती है कि तेरी हर ख़्वाइश पूरी करूँ,
पर डर लगता है कि तू ख़्वाइश में कहीं मुझसे जुदाई ना माँग ले।
जुदाई हल नहीं है मसलों का,
समझते क्यों नहीं बात मेरी।
Judai Shayari Hindi
कलम में जितना दम है जुदाई की बदौलत है,
वरना लोग मिलने के बाद लिखना छोड़ देते है।
मिटा ना पाओगें मेरे निशा दिल से,
मिलने से जुदाई तक बेशुमार हुं में।
हमेशा के लिए बिछड़ा कोई,
जुदाई गूंजती है जिस्म व जान में।
मोहब्बत एक तरफा होती तो जुदाई सह भी लेते,
दर्द तो इस बात का है कि मोहब्बत उसे भी थी।
अब जुदाई के सफ़र को मिरे आसान करो,
तुम मुझे ख़्वाब में आ कर न परेशान करो।
Love Judai Shayari In Hindi
महीने वस्ल के घड़ियों के सूरत उड़ते जाते है,
मगर घड़ियां जुदाई की गुजरती है महीनों में।
सुलझ भी सकता है झगड़ा, उससे कहो के अभी,
जुदाई के किसी काग़ज़ पर दस्तख़त ना करे।
ख्वाबों की हकीकत से मिलने की आस मुझे कहां ले आई,
अब फैसला करो कि मिलना है या जुदाई गवारा है तुम्हें।
जुदाई भी सहता है, लड़ाई भी करता है,
ये इश्क है जनाब, ये तो तकरार से ही निखरता है।
ऐसे चुप हैं कि ये मंज़िल भी कड़ी हो जैसे,
तेरा मिलना भी जुदाई कि घड़ी हो जैसे।
Judai Shayari In Hindi Wallpaper
मुस्कुराने की अदा कितनी महँगी पड़ी हमे,
छोड़ गया वो ये सोचकर कि हम जुदाई में भी खुश है।
कोई रूठे तो उसे जल्दी मना लिया करो दोस्तों,
गुरूर की जंग में अक्सर जुदाई जीत जाया करती है।
कोशिश तो होती है कि तेरी हर ख़्वाइश पूरी करूँ,
पर डर लगता है कि तू ख़्वाइश में कहीं मुझसे जुदाई ना माँग ले।
कोन भूल पाता है जुदाई के दिन,
हर सक्श के पास एक तारीख पुरानी होती है।
कबूल जुर्म करते है तेरे कदमों में गिर कर,
सजाए मौत मंज़ूर है साहेब तेरी जुदाई नहीं।
Judai Shayari
गज़ल में गीत में दोहे में और रुबाई में,
कहां कहां नहीं ढूंढा तुझे जुदाई में।
कोई वादा नही फिर भी तुम्हारा इंतजार है,
वो लम्हे जुदाई के बाद भी तुमसे प्यार है।
जुदाई से ज्यादा जान-लेवा,
मोहब्बत में मोहब्बत की कमी है।
कैसी अजीब सी ये जुदाई थी कि उसे अलविदा भी ना कह सका,
उसके प्यार में इतना दुखी था कि उसे वेबफा भी ना कह सका।
तेरी जुदाई अब और बर्दाशत नहीं होती,
तेरी कुरबतो का मै ने दुआ मांगी है।
जुदाई शायरी
जुदाई के डर से मैं किसी के क़रीब भी नहीं जाता,
फिर बताओ बिछड़कर तुझसे मैं किसके पास जाता।
जब मैंने कहा तुम्हारी जुदाई बर्बाद कर देगी मुझे,
तो उसने बड़े तल्ख़ लहज़े में कहा की बर्बाद हज़ारो है एक तुम भी सही।
हाथ छोड़े बगैर साथ छोड़ा उसने,
जुदाई कुछ ऐसी भी देखि हमने।
बस एक खौफ था जिंदा तेरी जुदाई का,
मेरा वो आखिरी दुश्मन भी आज मारा गया।
अब जुदाई के सफ़र को मेरे आसान करो,
तुम मुझे ख़्वाब में आ कर न परेशान करो।
Judai Shayari In Hindi For Girlfriend
खत्म होती नहीं जुदाई की वो शाम,
तुम तो कहते थे बस थोड़े दिनों की है बात।
हाँ शायद उन बूढ़ी हड्डियों में ताक़त न रही,
उन दुवाओं में असर जादुई से है अब भी।
जुदा होकर भी जुदाई नहीं होती इश्क,
उम्र कैद है जनाब इसमें रिहाई नहीं होती।
कोशिश तो होती है कि तेरी हर ख़्वाइश पूरी करूँ,
पर डर लगता है कि तू ख़्वाइश में कहीं मुझसे जुदाई ना माँग ले।
धमकियां देते है, वो भी जुदाई की,
उफ़ मोहब्बत की ये बदमाशियां।
Judai Shayari Hindi
लिखता हूं जब भी तेरी जुदाई का तजकिरा,
मेरी तहरीर के अल्फ़ाज़ जारो कतार रोते हैं।
मै उसकी जुदाई में जहर खाने ही वाला था,
फिर अचानक से याद आया मेरा तो रोजा है।
मेरी जुदाई बयां करने भी जुदा ना हुए एक दूसरे से,
ये मेरे होंठ नाफर्मान हैं या समझदार हो रखे हैं
सनम की मोहब्बत से रिहाई किसे चाहिए,
तु बांध ले बंधन में तुझसे जुदाई किसे चाहिए।
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