Mafi Shayari: नमस्कार दोस्तो, हमेशा की तरह आज फिर से हाजिर है एक नए पोस्ट के साथ जिसका टाइटल है माफी शायरी। दोस्तो रिश्तों में कभी कभी माफी मांग लेने से रिश्ते बच जाते है। अगर लंबे समय तक नाराज़गी रहे तो अक्सर रिश्ते टूट जाते है। माफी मांगने से कोई छोटा नहीं होता है। दोस्तो तो चलिए आज पढ़ते है कुछ ऐसे ही Mafi Shayari 2 Lines, हम उम्मीद करते है कि ये पोस्ट हमेशा आपको अच्छा लगेगा।
मोहब्बत में बेवफ़ाई की माफी नहीं होती,
बेवफ़ाई जितनी सजा दे काफी नहीं होती।
छल में बेशक बहुत बल है,
लेकिन माफ़ी आज भी अंतिम हल है।
मेरे दिल से उसकी हर गलती माफ हो जाती हैं,
जब वो मुस्कुरा के पूछती है नाराज हो क्या।
खता हो ना हो मै माफ़ी मांग लेता हूं,
लफ्ज़ ख़र्च हों तो हो, पर शख़्स बच जाते है।
मेरी गुस्ताखियों को तुम माफ़ करना,
मै तुम्हें तुम्हारी इजाजत के बिना भी याद करता हूं।
Mafi Shayari With Images
कर देना माफ अगर दुखाया हो दिल तुम्हारा,
क्या पता कफ़न में लिपटी मिले कल ये पगली तुम्हारी।
खता की थी इश्क़ की कहाँ मिलती माफ़ी है,
ना पूछो हाल-ए-दिल ज़िंदा हूँ बस यही काफी है।
मैं नादानी में कुछ गलत कर जाऊँ,
तो मुहब्बत समझ कर माँफ कर देना।
दिल बड़ा रखिये और लोगों को माफ़ कर दीजिये,
पर समझ इतनी रखिये कि दोबारा उन पर भरोसा मत कीजिए।
गुस्ताख़ी माफ करना साहब,
तुम्हे भूल नहीं सकते और भुला दिया तो जी नहीं सकते।
Sorry Shayari
माफ करना मुझे तुम्हारा प्यार नही चाहिए,
मुझे अपनी इज्जत ज्यादा प्यारी है।
छल में बेशक बहुत बल है,
लेकिन माफ़ी आज भी अंतिम हल है।
सबको माफ करके सोती हूं,
ज़िन्दगी कल की मोहताज नहीं है।
भूल गए तुमको और खुद से इंसाफ किया,
तुम भी क्या याद करोगे जाओ तुम्हे माफ किया।
खता की थी इश्क़ की कहाँ मिलती माफ़ी है,
ना पूछो हाल-ए-दिल ज़िंदा हूँ बस यही काफी है।
माफी शायरी
मुझसे माफी मांग कर देख लो,
गले न लगा लूँ तो कहना।
आज मैंने दिल को थोड़ा साफ़ किया,
कुछ को भूला दिया, कुछ को माफ़ किया।
अगर आए तुम्हें हिचकिया तो हमे माफ़ करना,
इस दिल को आदत है तुम्हें याद करने की।
यूँ ही शौक़ है हमारा तो शायरी करना,
किसी की दुखती रग छु लूं तो यारो माफ़ करना।
अगर मोहब्बत में किये गुनाहों की कभी सज़ा सुनाई जाए,
तो मेरे हमसफ़र की सज़ा माफ हो अल्लाह खैर करे।
Mafi Shayari In Hindi For Girlfriend
कब दोगे निजात हमें रात भर की तन्हाई से,
ए इश्क माफ़ कर मेरी उम्र ही क्या है।
प्रेम में प्रतिशोध नहीं कतई नहीं,
माफ कीजिए आजाद कीजिए।
सच्ची मोहब्बत लौट कर ज़रूर आती है,
माफी मांगने या शादी का कार्ड देने।
जरा-सी बात नहीं है कि भूल जाऊँ उसे,
हुआ है इश्क़ कबीरा खुदा माफ करें।
माफी मांग लिया करो बिना गलती के,
कुछ रिश्ते ऐसे ही नही तोड़े जाते।
मत आओ मेरी ज़िन्दगी में बार-बार मैं तुम्हें बर्बाद कर दूंगा,
भीगी आंखों से मत देखो मेरी ओर वरना मैं तुम्हें फिर से माफ कर दूंगा।
हो गई हो कोई भूल तो माफ़ कर देना दोस्तों,
सुना है सोने के बाद हर किसी की सुबह नहीं होती है।
जुबां से माफ़ करने में वक़्त नहीं लगता,
दिल से माफ़ करने में उम्र बीत जाती है।
खता की थी इश्क़ की कहाँ मिलती माफ़ी है,
ना पूछो हाल-ए-दिल ज़िंदा हूँ बस यही काफी है।
Mafi Shayari Image
अब नही करेंगे तुमसे कोई भी सवाल माफ करना,
यारा काफी हक जताने लगा था में तुम पर।
इस छोटे से दिल में किस किस को जगह दूँ मैं,
गम रहे, दम रहे, फरियाद रहे या तेरी याद।
सोचते है सीख ले हम भी बेरुखी करना सब से ,
सब को महोब्बत देते देते हमने अपनी क़दर खो दी है।
मेरे तो दर्द भी औरों के काम आते हैं,
मैं रो पडूँ तो कई लोग मुस्कराते है।
रंग तेरी यादों का उतर पाया ना अब तक,
लाख बार खुद को आँसुओं से धोया भी हमनें।
Mafi Shayari 2 Lines
हम मोहब्बत से मोहब्बत फैलाते है साहब,
नफरत के लिए हमारे पास फुर्सत नहीं है।
सनम की खातिर हार जानी पड़ती है जान भी,
कह देने भर से किस्से कभी मोहब्बत नहीं होती।
एक मौसम था तेरी बाहो का मंजर था,
आज ये मौसम है मेरी आंखे भी बंजर है।
किसी की नज़र में अच्छे थे किसी की नज़र में बुरे थे,
हकीकत में जो जो जैसे था हम उसकी नज़र में वैसे थे।
रात उठ न सका दरवाजे की दस्तक पे,
सुबह बहुत रोया उसके पैरों के निशान देख कर।
Mafi Shayari
मेरी बरसती हुई आंखे मेरी रुकती हुई सांसे,
मुझे अक्सर ये कहती है मोहब्बत अब नहीं करना।
इश्क़ तो हर महीने बरक़रार रहता है,
फिर इस फरवरी को इतना गुमान क्यों।
मोहब्बत में बेवफ़ाई की माफी नहीं होती,
बेवफ़ाई जितनी सजा दे काफी नहीं होती।
दुनिया में सब चीजें मिल जाती है,
सिर्फ अपनी गलती नहीं मिलती।
तुम्हारा हम सफ़र होना मेरी अंधी तमन्ना थी,
मगर दस्तूर दुनिया है जिसे चाहो नहीं मिलता।
Sorry Shayari
मोहब्बत भी क्या चीज बनाई तूने ए खुदा,
तेरे ही बंदे तेरी ही मस्जिद में रोते है किसी और के लिए।
यूं मेरी रूह तड़पती है तेरी खुशबू को,
तू कहीं और जो महके तो बुरा लगता है।
अच्छा सुनो चाँद तो तोड़ा ना जायेगा मुझसे,
मैं तुम्हारे लिये पायल लाऊँगा चाहिये तो बाताना।
अपने इश्क़ का हिसाब माँगती है,
मेरी मोहब्बत शायरी में जवाब माँगती है।
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