Hi friends, hamesha ki tarah aaj phir se hajir hai ek naye post ke sath jiska title hai love shayari in hindi for girlfriend. Dosto hum umeed karte hai ki ye post apko pasand ayegi aur aap ise apne dosto ke sath jarur share karenge.
मेरी तन्हाई देखेंगे तो हैरत ही करेंग लोग,
मोहब्बत छोड़ देंगे या मोहब्बत ही करेंगे लोग।
हम अपना इंतज़ार संभाल लेंगे तुम आ जाओ तो सही
हम ज़माने से दुश्मनी भी निभा लेंगे तुम खुद को मेरा बताओ तो सही।
वफ़ा किसे कहते हो तुम ये तो मालूम नही मुझे मग़र
यूं अगर छोड़ कर चले जाना वफ़ादारी है तो लानत तेरी वफ़ा दारी पर।
बिस्तर पर लिपटने बाले तो बहुत मिल जायेगें,
मज़ा तो तब है जब कोई भरे बाज़ार में सीने से लगा ले।
तुम ख्वाब में आकर परेशान करने लगे थे,
उफ्फ्फ़्फ़ सोना ही छोड़ दिया हमने।
Romantic Sad Love Shayari In Hindi For Girlfriend
तुम्हे नही पता मोहब्बत क्या चीज है,
तुम हासिल करने को मोहब्बत कहते हो।
बूंद बूंद करके यूं समा रही हैं मुझमें,
जैसे एक अरसे बाद धरती को बारिश नसीब हुई हो।
उफ्फ्फ ये बेमौसम सी बारिश और मिट्टी की खुशबू,
मुझे दूरियों में भी तेरे नजदीक होने का एहसास दिलाती हैं।
पहले सौ बार इधर उधर देखा,
तब कहीं घबरा कर तुम्हे एक बार देखा।
पहले सौ बार इधर उधर देखा,
तब कहीं घबरा कर तुम्हे एक बार देखा।
लिख कर कितना बयां करेंगे हम दास्तां हमारी,
जो दिल ने सहा है वो दिल ही जानता है।
उन्हें रोका तो बोले जाने दो मुझे,
जाने दिया तो बोले यही चाहते थे तुम।
मैं कई बार मर चुका हूं,
तुम्हारे बगैर जीने का सोचकर।
एक दरिया से कर लिया है इश्क,
और हमें तैरना नही आता।
तवायफ से पूछी वजह जिस्मफ़रोशी की,
बोली मोहब्बत पर यकीन कर के घर से भागी थी।
कोई होंठों पर ऊँगली रख गया है,
उसी दिन से मैं लिख कर बोलता हूंँ।
आईना बता कैसे उनका दिल चुराना हैं,
आज फ़िर अकेले में उनसे मिलने जाना हैं।
दोनों आलम से बेगाने नज़र आते हो,
तुम इश्क़ के दीवाने नज़र आते हो।
बहुत खुशनसीब होते हैं वो लोग,
जिनके हाथों में मिलने के बाद बिछड़ने की लकीरें नहीं होती।
कहते हैं पानी सी अहमियत हैं औरत की,
बगैर इसके जीवन नहीं पनप सकता।
Sad Love Shayari In Hindi For Girlfriend Hindi Shayari
तुमने जी भर के बर्बाद किया मुझको,
और क्या रह गया क्यू याद किया मुझको।
मिल गए तो छोड़ मत जाना,
आज ही मेरा दिल धड़का हैं।
दिल की बात ज़ुबा पर आने लगी,
अब वो मुझसे हिचकिचाने लगी।
एक अरसे से कुछ पता नहीं,
कहाँ दिन गुजारा कहाँ रात की।
सूझ बूझ की बात नहीं मैं मन मौजी मस्ताना हूँ,
लहरों से जाकर मिल हूँ मैं दरिया का दीवाना हूँ।
रूह से रूह का मिलन भी क्या खूब है,
जिस्म की हर हसरत में बस महबूब है।
हर चीज़ में खुशबु है तेरे होने की,
ग़ज़ब निशानियाँ दी है तूने अपनी चाहत की।
वो मेरी सुलझी समझदार शहजादी,
मैं उसका बिगड़ैल नवाबजादा हूं।
मुझे गुफ्तगू भी करनी है उनसे,
और लबों से कुछ कहना भी नहीं।
पागल दिवाना क़ातिल बेग़ैरत बना देती है,
आदमी को जाने क्या क्या औरत बना देती है।
बन जाओ ख़ुशी मेरी हसना है तुम्हारे साथ,
बन जाओ खाव्हिश मेरी उड़ना है तुम्हारे साथ।
नहीं रह सकता तुम्हारे बिना एक पल भी,
बन जाओ ज़िन्दगी मेरी जीना है तुम्हारे साथ।
पास रहकर भी उसे खुद से जुदा रहने दिया,
जो था उसका फैसला वो फैसला रहने दिया।
ज़ीस्त का हर फैसला मैंने बदल डाला मगर,
दिल के अंदर उसकी सूरत को रहने दिया।
जाने कितनी बार लोगों ने इसे तोड़ा मगर,
आईने ने फिर भी खुद का आईना रहने दिया।
अब तो मेरे दिल में तेरी बस याद है बाकी,
जाने वाले तूने मेरे पास अपना क्या रहने दिया।
इस अमल में ये हया पोशीदा एक उम्मीद थी,
उसके सारे खत ज़ला डाले मगर पता रहने दिया।
उम्र कहती है अब संजीदा हुआ जाए,
दिल कहता है कुछ नादानियां और सही।
इजहार ए मोहब्बत इन आंखों से बखूबी समझते है हम,
तोहमत ना लगे आप पे कहीं इसलिए खामोश रहते है हम।
प्यार कहो तो ढाई लफ़्ज मानो तो बंदगी,
सोचो तो गहरा सागर डुबो तो ज़िन्दगी।
हाथ थामे रखना दुनियाँ में भीड़ भारी हैं,
खों ना जाऊ कही मैं ये जिम्मेदारी तुम्हारी हैं।
जिसे सोचते ही दिमाग खराब हो जाए
वो फ़िज़ूल ख्याल हो तुम।
प्यार क्या होता हैं हमें कहा पता था,
बस Ek दिन तुम दिखे हमें और हम kho गये।
मोहब्बत का शौक यहां किसे था
तुम पास आते गए और मोहब्बत होती गई।
जब पूछती है वो की मीठे में क्या लेंगे आप,
तो कमबख्त ये निगाहें उनके लबों पर जा ठहरती है।
लिख कर कितना बयां करेंगे हम दास्तां हमारी,
जो दिल ने सहा है वो दिल ही जानता है।
दिल पाक है हमारा।थोड़ा तो अवारा कर दो,
डूब जाएंगे मोहब्बत ए दरिया में गर तुम कोई इशारा कर दो।
तवायफ से पूछी वजह जिस्मफ़रोशी की,
बोली मोहब्बत पर यकीन कर के घर से भागी थी।
जान ले लेगी इक दिन हमरी,
तुम्हारे ये नाक की जहर नथनी।
एक दरिया से कर लिया है इश्क,
और हमें तैरना नही आता।
यू तो हर अदा गजब है साहिबा की लेकिन,
जो मुस्कुरा के देखे तो कसम से कहर बरस जाता है।
जब कभी बोलती हो हँस कर किसी से तुम,
जाने कितने खंजर मेरे सीने में उतर जाते है।
छोटी सी ज़िन्दगी में रखा क्या है,
अगर इश्क़ भी बुरा है तो फिर अच्छा क्या है
लाजमी है तेरे होने से महफ़िलों में बवाल होना,
गज़ल सा हुस्न उस पे शायराना मिजाज होना।
गज्ज़ब का झूठ था कल उसके लहज़े में,
यूँ जता रही थी कि जैसे ख़ुश हो मेरे बग़ैर।
लाख़ वादे ना कर बस इक एहसान कर,
ना देख़ना किसी ग़ैर को मेरा सुकूँ जाता है।
बावरा सा मन खींचा जाए तेरी और,
जैसे मैं एक पतंग और तू मेरी डोर।
उलझनों से फुरसत नहीं मिलीं,
वरना हम बताते इश्क होता क्या हैं।
तेरे नखरों से बेहतर तो गणित की किताब थी,
देर से ही सही पर कुछ समझ तो आता था।
पत्थर का दिल उनका वो कैसे अपना बना लेते है,
हार गया दिल मेरा उनके दिल पर दस्तक देते देते।
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