Shayari On Beautiful Face: नमस्कार दोस्तो, हमेशा की तरह आज फिर से हाजिर है एक नए पोस्ट के साथ जिसका टाइटल है चेहरा शायरी। दोस्तो प्यार कभी भी चेहरे से नहीं दिल से करिए। अक्सर खूबसूरत चेहरे के चक्कर में लोग धोखा खा जाते है। हम उम्मीद करते है कि आज की पोस्ट आपको अच्छी लगेगी और आप उसे अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करेंगे।
अपने ही चेहरे को तूने ठीक से देखा ही नहीं कभी,
कई झीलों के बराबर तो फ़क़त आंखें हैं तेरी।
धोखा देती है अक़्सर मासूम चेहरे की चमक,
हर कांच का टुकड़ा हीरा नहीं होता।
आपका चेहरा हसीन गुलाबो से मिलता जुलता है,
नशा पीने से जादा तुमको देखने से चढ़ता है।
कीजिये अपनी निगाहों को एक चेहरे पर पाबन्द,
हर सूरत पर लूट जाना तोहीन-ऐ वफ़ा होती है।
तेरी आँखों में मेरी शायरियाँ हैं,
मेरी शायरियों में तेरा चेहरा है।
गमो की धूप मे भी मुस्कुरा कर चलना पड़ता है,
ये दुनिया है यंहा चेहरा सजा कर चलना पड़ता है।
ज़रा स्माइल रखो चेहरे पे क्यूँकि,
रात में सपनों को हँसते हुए चेहरे पसंद हैं।
उनके चेहरे की रोशनी कुछ यूह निखरी तस्वीरों से,
जैसे फरिश्तों ने खुद भेजा ये परी अपनी जन्नतों से।
हर सुबह आपके चेहरे पे नयी मुस्कान आये,
कुछ इस तरह आपकी दुनिया खुशियों से भर जाए।
नींद से क्या शिकवा जो आती नहीं रात भर,
कसूर तो उस चेहरे का है जो सोने नहीं देता।
अब हम समझे तेरे चेहरे पे तिल का मतलब,
हुस्न की दौलत पे दरबान बिठा रखा है।
मैं तो रंग हूं उनके चेहरे का,
जितना वो खुश रहेंगे मैं उतना निखारता जाऊंगा।
मदहोश मत करो मुझे अपना चेहरा दिखा कर,
मोहब्बत अगर चेहरे से होती तो खुदा दिल नही बनाता।
वो मेरे चेहरे तक अपनी नफरतें लाया तो था,
मैंने उसके हाथ चूमे और बेबस कर दिया।
देखने के लिए सारा आलम भी कम,
चाहने के लिए एक चेहरा ही काफी।
तेरा ख्याल तेरा ही चेहरा तेरी ही सदा है,
इश्क वही है जिसमें तू बसा है।
मालूम नहीं मुझको चेहरों की तारीफ़,
मुझे वो हर शख़्स प्यारा है जो तुमसा हो।
कौन पढ़ता है यहाँ खोल के अब दिल की किताब,
अब तो चेहरे को ही अख़बार किया जाना है।
कितनी मुहब्बत थी उसके लफ़्ज़ों से,
हर लफ़्ज़ में मेरा चेहरा दिखता रहा ।
मै तो हर बात पर खैरियत ही कहूंगा,
तुम जरा मेरे चेहरे पर नजर रखना।
गिरता जाता है चहरे से नकाब अहिस्ता-अहिस्ता,
निकलता आ रहा है आफ़ताब अहिस्ता-अहिस्ता।
चेहरे के रंग मायने नहीं रखते जनाब,
इश्क़ करने पर हर चेहरा आफ़ताब हो जाता है।
ये चेहरा, ये रौनक ढल ही जायेंगे इक उम्र क़े बाद
पर हम मिलते रहगें ताउम्र यूँ ही अल्फाज़ों के साथ।
इश्क उसी से करो जिसमें बेशुमार खामियां हों,
ये खूबियों से भरे चेहरे इतराते बहुत हैं।
आँख खुलते ही याद आ जाता है तेरा चेहरा,
दिन की ये पहली खुशी भी कमाल होती है।
एक चहेरा है जो आखोंं में बसा रहता है,
एक तसव्वूर है जो तन्हा होने नहीं देता।
जिनको मुहब्बत हमारे अल्फाजों से है,
वो अब चेहरा देखने की जिद कर रहे है।
सुना था, उन्हें पढ़ने का शौक हैं,
मैं बरसों से उनके साथ हूँ पर वो मेरा चेहरा तो नही पढ़ पाए आज तक।
मैं शब्दों से पहचान लेता हूँ,
चेहरा देखने की जहमत नहीं करता।
अपने चहरे से जो ज़ाहिर है छुपाएँ कैसे,
तेरी मर्ज़ी के मुताबिक नज़र आएं कैसे।
चेहरे महज निगाहों मे हों तो ओझल हो भी सकते है,
रूह में बसे चेहरे ही दिल में बसेरा करते है।
बाज़ार के रंगों से मुझे रंगने की ज़रूरत नही,
आपकी याद आते ही ये चेहरा गुलाबी हो जाता है।
हर चेहरे में आता है नज़र एक ही चेहरा,
लगता है कोई मेरी नज़र बांधे हुए हैं।
तेरे श्रिंगार में शामिल होमेरा भी हिस्सा,
तेरे चेहरे पर में भी कहीं तिल हो जाऊ।
तू सुकून है इस दिल का वरना,
इन आंखों ने तुझसे भी अच्छे चेहरे देखे हैं।
चेहरे हज़ार देखे हैं मग़र दिल में कोई बसा नहीं,
सच कहूँ एक तेरे सिवा मुझको कोई नशा नहीं।
कोई चेहरे का दीवाना किसी को हुस्न की तलब,
अदाएं पीछा करवाती है मोहब्बत कौन करता है।
सुबह मेरे चेहरे पर लालियां नजर आती है,
मोहब्बत अगर करनी ही है तो रूह से करना सीखो।
चेहरे से शुरू हुई मोहब्बत अक्सर बिस्तर पर खत्म हो जाती है,
शामें आज ये बोहोत सतातीं हैं,
बादलों से मुसलसल तेरा चेहरा बनतीं हैं।
Shayari In Hindi On Beautiful Face
चेहरे से प्यार करती है आज भी ये ज़ालिम दुनिया,
मगर दिल-ओ-जान की बातें कहना ज़रूरी है ।
मदहोश ना कर खुद को किसी का हुस्न देख कर,
मौहब्बत अगर चेहरे से होती तो ख़ुदा दिल ना बनाता।
चेहरा देखने से नही जान पाओगे हक़ीक़त मेरी,
कही पत्थर, कही मोती कही आईना हूँ मैं।
मेरी निगाह में फिर कोई दूसरा चेहरा नहीं आया,
भरोसा ही कुछ ऐसा था तुम्हारे लौट आने का।
आईना कुछ इस तरह से गिराया उसने,
एक चेहरा कई टुकड़ों में दिखाया उसने।
कौन कहता है संवरने से बढ़ती है खूबसूरती,
दिलों में चाहत हो तो चेहरे यूँ ही निखर आते है।
सिखा न सकी जो उम्र भर तमाम किताबे मुझे,
करीब से कुछ चेहरे पढे और न जाने कितने सबक सीख लिए।
कुछ तो है जो बदल गया जिन्दगी में मेरी,
अब आइने में चेहरा मेरा हँसता हुआ नज़र नहीं आता।
बिछड़ के मुझ से तुम अपनी कशिश न खो देना,
उदास रहने से चेहरा खराब होता है।
उदासी चेहरे की छुपाऊ कैसे,
कोई पूछे तो तेरा नाम बताऊ कैसे।