Emotional Love Shayari: नमस्कार दोस्तो, हमेशा की तरह आज फिर से हाजिर है एक नए पोस्ट के साथ जिसका टाइटल है इमोशनल शायरी। हम उम्मीद करते है कि इस पोस्ट की emotional shayari आपको जरूर अच्छी लगेगी और आप इसे अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करेंगे।
मुझे भेजा था दुनिया देखने के लिए,
औऱ मैं एक चेहरा तकता रह गया।
है मोहलत चार दिन की और हैं सौ काम करने को,
हमें जीना भी है मरने की तैयारी भी करनी है।
मुहोब्बत बहुत खामोश होती हैं,
पर जेहन में खलबली मचा देती हैं।
बिखरे अरमान भीगी पलकें और ये तन्हाई,
कहूँ कैसे कि मिला मोहब्बत में कुछ भी नहीं।
मुहोब्बत बहुत खूबसूरत ख्वाब हैं,
हकीकत में तुमसे हैं ये बात ज्यादा खास हैं।
एक पल एक दिन एक साल एक जन्म,
पर हर रोज हरपल मुहोब्बत तुमसे बिल्कुल नई।
जिसको सबसे ज्यादा पसन्द था मैं,
वो ही हज़ार गलतियां गिना कर गया।
अब ये क्या बात हुई कि रात में रोते हो तुम,
ग़र इश्क़ है तो दिन भी तबाह होना चाहिए।
इश्क़ अकेले ज़ी सकता हैं,
दोस्त अकेले मर जाते हैं।
मेरी ग़ुर्बत को देख कर रास्ता ना बदल लेना,
मैं दिल का बादशाह हूँ मुक़द्दर तो ख़ुदा लिखता है।
ज़िन्दगी की किताब का हर पन्ना बेमिसाल है,
कुछ में उनकी आरज़ू है कुछ में उनका ख़्याल है।
किन लफ्ज़ों में लिखूं मैं अपने इंतजार को,
कि बेजुबां सा इश्क तुम्हें खामोशी से ढूंढता है।
रोक लो अपनी आँखों को शरारतें ️करने से
लोग बेचेन हो जातें हैं तुमको मेरा समझकर।
मोहब्बत का इरादा तो नहीं था ऐ दिलनशी,
पर देखी जो तेरी अदा तो नियत ही बदल गयी।
अल्फाज़ तो दुनिया के लिए है,
तुम आओ तुम्हें धडकनें सुनाते हैं।
तपिश इश्क की फितूर कुछ जुदा सा लगता है,
रूह में जज्ब़ तेरा ख्याल क्यूं ख़ुदा सा लगता है।
हमारी आंखों का कोई कसूर नहीं,
इन्हें देखकर बहकना लाज़मी हैं।
सभी के नाम पर नहीं रुकतीं धड़कने,
दिलों के भी कुछ उसूल हुआ करते हैं।
बड़ी अजीब शर्त रखी है दिलदार ने मिलने की,
सूखे पत्ते पर चल कर आना है और आवाज भी ना हो।
बहारे सारे गुलशन की तुम औरों को बांट देना मगर,
तुम्हें छूं कर जो चलती हैं वो हवाएं सिर्फ मेरी हैं।
बला की प्यास के मारे हैं हम दोंनो ज़माने में,
तुम्हारे सामने कुआं है हमारे सामने तुम।
इश्क चख लिया था इत्तफ़ाक से,
ज़बान पर आज भी दर्द के छाले है।
मुझसे खुशनसीब हैं मेरे लिखे ये लफ्ज,
जिनको कुछ देर तक पढ़ेगी निगाहे तेरी।
दिल मे तेरी यादेंजुबां पे तेरा जिक्र है,
बेहद कशमकश में हूँ मैंये इश्क है या सिर्फ तेरी फिक्र है।
या तू कमाल है या कलम की कलाकारी है,
जो भी लिखता है तुझे कमाल लिखता है।
पसंद तो मै उन्हें सादगी में हूँ,
पर उनके लिये सजना मुझे पसंद हैं।
कोई कहे जाके जुगनू से,
उसकी तितली उससे नाराज़ है।
सिगरेट का धुआं और आपकी बातें,
दोनों हवा में ही अच्छी लगती हैं।
शोर सी है ज़िन्दगी मेरी,
सुकून सा है इश्क़ तेरा।
बहुत खुशनसीब हूँ मैं,
क्योंकि तेरे सबसे करीब हूँ मैं।
ये मौसम की बारिश और मिट्टी की खुशबू,
मुझे तेरी यादों के और करीब लाती हैं।
हमसफ़र हैं हम पर,
उसकी मंज़िल कोई औऱ है।
मेरी सारी तवज्जो है उसकी तरफ,
मेरे पास किसी के लिए वक्त नही।
हमारी हर आहट का एहसास हो जाए,
काश कि उनको हमसे ऐसा इश्क़ हो जाए।
कोई और तुमको देख़े भी तो क्यों,
मेरी ही आँख़ो को जब तुम कम पड़ती हो।
हुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का,
बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम।
तुम बदलकर तो देखो,
हम पलटकर भी न देख़ेगे।
मुझे मोहब्बत उन तमाम हर्फ़ से है
जो तुम्हारे नाम में आते हैं
नहीं आता तेरे इश्क़ को छुपाना मुझे,
तेरी खुशबू मेरी हर शायरी से आती है।
क्यूँ है इसका जवाब नही मेरे पास,
बस इतना पता है मोहब्बत है तुमसे।
मैं चाह कर भी उसे हारने नहीं दूंगा,
वहीं छुपूंगा जहां पर वो ढूंढ सकता है।
तू रख गुरूर तेरे हुस्न का बेशक,
हम आँखें मूंद कर इश्क करते हैं।
होठों से लगाकर पी जाऊ तुम्हे,
सर से पाँव तक शराब जैसी हो तुम।
बेशुमार सा कुछ लिखना था,
मैंने तुझ पर एतबार लिख दिया।
प्यार और जंग में सब जायज है,
कहने वाला मिल जाए तो टांगे तोड़ दूं ससुरे की।
बादलों की ओट से सूरज निकलने वाला है,
सफर जारी रखो वक्त बदलने वाला है।
ज़मीर बेचने वालों ने ऐसा काम किया,
जिसे उरूज पे देखा उसे सलाम किया।
अपनों ने तो हँसी रहने नहीं दी लबों पे,
शुक्रिया उन ग़ैरों का जो हँसाते हैं हमें।
नही करता गुरूर छोटी उड़ानों पर,
मैं वो परिंदा हुं जिसे पुरा आसमान नापना है।
बेचैन मन अब किसे पुकारे,
सभी अपनी-अपनी धुन में मग्न हैं।
तमाशा हो गई आखिरी मुलाकात पर,
हाथ थाम लिए बिखरने के लिए।
जब कोई नज़रंदाज़ करे,
तो नज़र आना ही छोड़ दो।
अभी ना वो उम्र ना आदत ना कोई बीमारी है,
फिर भी तेरी गली से गुज़रते हैं खाँसते हुए।
इश्क़ की भी कीमत तय कर दीजिये साहब,
लोगों ने इश्क को मैरी बिस्कुट समझ लिया है।
प्रेम और आत्मसम्मान की लड़ाई में,
जीत हमेशा ब्रेकअप की होनी चाहिए।
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