Papa ke Liye Shayari: नमस्कार दोस्तो, हमेशा की तरह आज फिर से हाजिर है एक नए पोस्ट के साथ जिसका टाइटल है पापा के लिए शायरी। हम उम्मीद करते हैं की ये पोस्ट आपको पसंद आयेगी और आप इसे अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करेंगे।
अपनों का ख्याल और अपनों के प्रति प्यार,
जिसका कभी कम नहीं होता वो पिता है।
खुशियां तब भी हमारे करीब थी,
जब हम गरीब थे क्योंकि पिता हमारे करीब थे।
खुशी का हर एक लम्हा पास होता है,
जब पिता का साथ होता है।
गम की चादर ओढ़ कर खुशियां लुटाने का हुनर,
तो कोई पापा से सीखे।
छुपाकर ख्वाबों को अपने मेरे हर सपने को पूरा करते है वो जताते नहीं पर मुझे प्यार सबसे ज्यादा वो करते है।
पापा के लिए शायरी
जेब खाली हो तब भी मना करते भी नहीं देखा,
मैंने पापा से अमीर इंसान नहीं देखा।
जब पापा का हाथ सर पर है तो डरने की क्या बात है,
जब-जब जग ने रुलाया है पापा ने ही गोद में उठाया है।
जिंदगी की धूप में बादल के जैसे है पिता,
हमारे घर में ईश्वर का रूप है पिता।
जिसकी डांट में भी प्यार छुपा होता है ऐसे होते है पिता
तूफानों से लड़ना किसी के आगे नहीं झुकना,
हंसते-हंसते जीवन बिताना यही सिखाते पिता।
दिल हो तो पिता के जैसा जो हर एक दुख दर्द सहता है, पर बदले में सिर्फ खुशियां ही खुशियां देता है।
पापा है तो घर में है मुस्कान पापा है तो सारा आसमान अपना है,
पापा है तो हर एक सपना अपना है पापा को हजारों सलाम।
पिता की छांव, मकान की छांव से भी गहरी होती है।
पिता के बिना बाजार सूना सूना लगने लगा है,
पिता के बिना ये बाजार महंगा लगने लगा है।
पिता है तो घर जन्नत है पिता है तो हर एक मन्नत है,
माना की जगह कम है घर में मेरे पर,
मेरे पापा के दिल से बड़ा कोई महल नहीं।
मंजिल दूर और सफ़र बहुत है, छोटी सी जिन्दगी की फिक्र बहुत है,
मार डालती ये दुनिया कब की हमे लेकिन पापा के प्यार में असर बहुत है !
मेरा साहस मेरी इज़्ज़त मेरा सम्मान है पिता,
मेरी ताकत मेरी पूँजी मेरी पहचान है पिता
मेरे पापा छाते की तरह है वो चुपचाप हमारी खुशी की खातिर हर एक आंधी-तूफान, बारिश, धूप- छांव, गर्मी-सर्दी सहते है।
मेरे हिस्से के गम खरीद लिए, देखे थे जो ख्वाब वो पूरे कर दिए,
मेरी खुशी के खातिर पापा ने, अपने ख्वाब बाजार में बेच दिए।
Bade Papa ke Liye Shayari
वो मजदूर है पर मजबूर नहीं वो हर दिन,
खुद को बेचता है मेरी खुशियों की खातिर।
मेरे होठों की हंसी मेरे पापा की बदोलत है, मेरी आंखों में खुशी मेरे पापा की बदोलत है,
पापा किसी खुदा से कम नही क्योकि मेरी ज़िन्दगी की सारी खुशी पापा की बदोलत है।
रुवाब थे ख्वाब थे हमारे तो ठाठ ही ठाठ थे,
जब तक पिता मेरे साथ थे सबसे उंचे मेरे नसीब थे।
सुबह मेरे उठने से पहले जो मेरे ख्वाब खरीदने चले जाते है वो मेरे पापा “लव यू पापा”
हो जाओ अगर तन्हा इस दुनिया में तो थाम लेना अपने पिता का हाथ,
वो उठा लेंगे अपने कंधों पर और दिखा देंगे आसमान।
आपके ही नाम से जाना जाता हूँ पापा,
भला इस से बड़ी शोहरत मेरे लिए क्या होगी।
आप का गुस्सा देखा मैंने काश मै समझ जाता,
वो गुस्सा नही आपका अपनापन है।
कंधो पर झुलाया कंधो पर घुमाया, एक पापा की बदौलत ही मेरा जीवन खुबसूरत बन पाया।
खुशिया जहाँ की सारी मिल जाती है,
जब पापा की गोद में झपकी मिल जाती है।
जो चाहूँ वो मिल जाए मुमकिन नहीं,
ये किस्मत है मेरे पापा का घर नहीं।
जो मांगता हूँ चुपचाप दे दिया कर,
ऐ ज़िंदगी तू कभी तो मेरे पिता जैसी बन।
दुनिया की भीड़ में सबसे करीब जो है,
मेरे पापा मेरे खुदा मेरी तकदीर वो है।
न हो तो रोती हैं जिदे ख्वाहिशों का ढेर होता हैं,
पिता हैं तो हमेशा बच्चो का दिल शेर होता हैं।
नसीब वाले हैं जिनके सर पर पिता का हाथ होता हैं, ज़िद पूरी हो जाती हैं सब गर पिता का साथ होता हैं।
पिता हारकर बाज़ी हमेशा मुस्कुराया,
शतरंज की उस जीत को मैं अब समझ पाया।
प्यारे पापा के प्यार भरे सीने से जो लग जाते हैं,
सच कहती हूँ विश्वास करो जीवन में सदा सुख पाते हैं।
फुल कभी दोबारा नहीं खिलते जन्म कभी दोबारा नहीं मिलते मिलते है लोग हजारों दुनिया में पर पापा जितने प्यारे नहीं मिलते
बेमतलब सी इस दुनिया में वो ही हमारी शान है,
किसी शख्स के वजूद की पिता ही पहली पहचान है।
मुझे मोहब्बत है अपने हाथों की सब लकीरों से,
ना जाने पापा ने कौनसी ऊँगली को पकड़कर चलना सिखाया था।
मुझे रख दिया छाँव में खुद जलते रहे धूप में,
मैंने देखा है ऐसा एक फरिश्ता अपने पिता के रूप में।
पिता के लिए शब्द ही नहीं मिलते हर बार,
जज्बात उमड़ आते है मेरे दिल में।
वो जमीं मेरा वो ही आसमान हैं वो खुदा मेरा वो ही भगवान है,
क्यों मैं जाऊं कही उसे छोड़ के पापा के क़दमों में मेरा सारा जहान हैं।
निश्चित था मेरा हार जाना मेरे पिता ने मुझे,
पीठ पीछे युद्घ लड़ना नहीं सिखाया।
मैं खुदको बेचकर भी सपने पुरे करूँगा तेरे,
बस तू सपने जरा बड़े देखना।
पिता कहते थे जीवन से जुड़ा पहला आदमी,
माँ की तरह सुन्दर होता है !
जो सिर्फ इसलिए सख्त होता है कि औलाद की, नाराजगिया बर्दास्त हो जायेंगी उदासियां नही।
कंधों पर आपका हाथ और जीवन में आपका साथ जरूरी है पिताजी
पिता हारकर बाज़ी हमेशा मुस्कुराया,
शतरंज की उस जीत को मैं अब समझ पाया।
लिखने की बुनियाद कलम है और ये कलम मुझे मेरे पिता ने दिलाई।
पिता जिससे आप प्यार तो करते है पर,
न ही बता सकते और न ही जता सकते।
पिता एक ऐसा निःस्वार्थ जीव है जो अपने संतान के पीछे अपना सब न्योछावर कर देता है।
हमारी कामयाबी के लिए वो अपनी एड़ियां घिसता रहा है,
वो पिता है जनाब बिना कहे जिम्मेदारियों में पिसता रहा है।
एक पिता ही तो है इस जहान जो अपनी बेटियों को शहजादी के जैसे रखता है बाकी तो सब मतलब से साथ होते है।
ज़िन्दगी हमें भले ख़ुदा देता है पर बिन कहे हर ज़रूरत पिता निभा देता है।
लड़कों के लिए दुनिया का सबसे मुश्किल काम अपने पिता को गले लगाना।
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