Ek Tarfa Pyar Shayari: नमस्कार दोस्तो, हमेशा की तरह आज फिर से हाजिर है एक नए पोस्ट के साथ जिसका टाइटल है एक तरफा प्यार शायरी। हम उम्मीद करते है की ये पोस्ट आपको अच्छी लगेगी और आप इसे अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करेंगे।
मैं खुद को समेट सकू वो अक्स कहा से ढूंढू,
जो मेरे बिन अधूरा हो वो शक्श कहा ढूंढू।
लगता है इस बार मुझे मुहब्बत होकर ही रहेगी,
बीती रात मैंने उसके लफ्जो को खुद पर हावी होते हुए देखा।
सूना है प्यार में लोग जान तक दे देते है,
पर जो लोग वक्त नहीं देते वो जान क्या देंगे।
तुम कहो तो आज राज़ फाश कर दूं,
नाम लेकर तुम्हारा आज इन सबको उदास कर दूं।
जब भी मिलती हैं बड़ी सज सवर के मिलती हैं,
ये फितरत हैं उसकी या इश्क़ जताती हैं।
आँख भर आई तुम नज़र नहीं आए,
ना जाने किन लम्हों में तुम खो गए।
जिंदगी के दौर में तजुर्बा कच्चा ही रह गया,
हम सीख ना पाए फरेब दिल बच्चा ही रह गया।
तीन ही तो शौक हैं मेरे,
चाय शायरी और तुम।
कहना ही पड़ा आपकी शायरी पड़कर,
कमबख्त की हर बात मुहब्बत से भरी है।
ओए सुनो ढूंढ रहे हो मुझे भूलने के तरीके,
सोच रहा हूं तुम्हारे सर पर डंडा मारकर याददाश्त ही भुला दूं।
प्यार बढ़ाने वाली शायरी
चुपके चुपके लेकर नाम तेरा गुज़र देंगे ज़िन्दगी,
बे-ख़बर ज़माने को बतायेंगे प्यार ऐसे भी होता है।
बहुत याद आते हो तुम,
दुआ करो मेरी याददाश्त चली जाये।
आओ फिर से दोहराए चाहत की अपनी कहानी,
मैं तुम्हे बेपनाह चाहूंगा तुम बेवजह छोड़ जाना।
लकीरों के फैसले भी कमाल के होते हैं,
जिनका साथ लकीरों में नहीं उनसे ही रिश्ते गहरे होते हैं।
तौहीन करके मेरी मोहब्बत की,
उसने दूसरी दफा भी मोहब्बत की।
अल्फाजों के सहारे अपनी हर बात को लिखा है,
अपनी कलम से मैने अपने दर्द को लिखा है।
कमबख़्त हसीन मौसम था वो थी और थी चाय, मोहब्बत लाज़मी थी बचने का न था कोई उपाय।
तमन्नाओ की महफ़िल तो हर कोई सजाता है,
पूरी उसकी होती है जो तकदीर लेकर आता है।
इश्क़ की फितरत में बरकत नही हुआ करती,
ये दिल ले लेता है और जान भी।
चलो मुस्कुराने की वजह ढुंढते हैं,
तुम हमें ढुंढो हम तुम्हे ढुंढते हैं।
ना अंधेरों का खौफ है ना तन्हाइयो का डर है,
तुम तो नही साथ मेरे बस तेरी यादों का सफर है।
हमसे मिलने में एक खराबी है,
फिर किसी और के नहीं रहोगे तुम।
एक मेरी ही याद से परहेज़ है तुम्हें,
ना जाने किस हक़ीम से दवा लेते हो।
हमारी आदत बीगाड़ कर,
अब उसने शरीयत का सहारा ले लिया।
तुम रखा करो कोशिश यूँ ही गुलाब सा खिलने की,
इस दिल में रहेगी ख्वाहिश तुमसे बार~बार मिलने की।
हसीनो की अदाओं मैं रूठना शामिल होता है,
एक आशिक होते है जो मनाने मैं वक्त गुजारा करते है।
इश्क मैं फासले कुछ ऐसे भी आए,
बिछड़ कर भी अलविदा ना कह पाए।
तुम्हारी आंखों मै जब जब हमने देखा है,
नशा मोहब्बत का खुद को बहेकते देखा है।
अपनी मौत भी क्या मौत होगी,
यू ही मर जायेंगे एक दिन तुम पर मरते-मरते।
मरने के लिए वजह बहोत सारी है,
जीने के लिए सिर्फ तू।
कहीं तो कारवां ए दर्द की मंज़िल ठहर जाये,
किनारे आ लगे उमर ए रवाँ या दिल ठहर जाये।
चांद तारे तोड़कर नहीं ला सकता
मगर रात के बर्तन धो दिया करूंगा
जाना हमेशा से ही सरल रहा है,
अगर कुछ मुश्किल है तो वो है रुके रहना।
तलब हो या ताल्लुक़,
बस गहरा होना चाहिए ।
न कर शिकवा गुलाबों की बेनियाज़ी पर,
हसीन जो भी होते हैं जरा मगरूर होते हैं।
Ek Tarfa Pyar Shayari
तस्वीर भी दिखानी है चेहरा भी छुपाना है,
ये हुस्न वाले भी दिल का बुरा हाल करते है।
सुकून मिलता है दिल का करार होता है,
जब मेरे सामने मेरा यार होता है।
ज़रा सी देर को आजा मेरे आगोश में हमदम,
नहीं रास आ रहा मुझको कोई भी इत्र बाज़ारी।
मेरा साड़ी मे तुम्हारे सामने आना और,
तुम्हे मुझे देख कर बेकरार हो जाना।
मैं कहता हूँ एक बार कह दो,
वो कहती है सौ बार तुम्हारी हूँ।
हर चीज़ में खुशबु है तेरे होने की,
ग़ज़ब निशानियाँ दी है तूने अपनी चाहत की।
किसी ने मुफ्त में वो शख्स पाया,
जो हर कीमत पे मुझको चाहिए था ।
जिनका फिर ना आया शादी का नंबर,
उनको Welcome to दिसंबर।
मेरे इश्क की कुछ ऐसी कहानी है,
मेरी तरह एक मोहतरमा भी चाय की दीवानी है।
ये फ़क़त बागों में खिलने के लिए हैं किताबों में दब कर सूख जाते हैं गुलाब,
किसी भी चीज़ को जीतने से पहले ज्यादा ज़रूरी है उसे समझना।
वो मुझ को छोड़ के जिस आदमी के पास गया बराबरी का भी होता तो सब्र आ जाता
Read Also: