Prayer Shayari in Hindi: दोस्तों ईश्वर की प्रार्थना तो हम सभी करते है लेकिन इसके साथ साथ हमे उस परमात्मा पर भरोसा भी होना चाहिए की आज नहीं तो कल वो हमे सब प्रदान करेंगे जिसकी हमे जरूरत है। आज के इस पोस्ट मे हम आपके लिए प्रार्थना शायरी लेकर आए है।
ईश्वर पर आप तभी विश्वास कर सकते हैं,
जब आपको खुद पर विश्वास हो क्योकि,
ईश्वर बाहर नही हमारे अंदर ही हैं।
कहते है जिंदगी का आखरी ठिकाना ईश्वर का घर है,
इसलिये ऐ मुसाफिर कुछ अच्छा कर्म कर ले,
किसी के यहां खाली हाथ नहीं जाया करते।
मुझे कौन याद करेगा इस मतलबी दुनिया में हे प्रभु
यहाँ तो बिना मतलब के तो लोग तुझे भी याद नहीं करते।
कर्म भूमि पर फल के लिए श्रम तो सभी को करना ही पड़ता है,
भगवान सिर्फ लकीरें देता है रंग तो हमें ही भरना पड़ता है।
पांच पहल काम किया तीन पहर सोए,
एको घड़ी न हरी भजे तो मुक्ति कहां से होए।
जो कुछ है तेरे दिल में सब उसको खबर है,
बंदे तेरे हर हाल पर भगवान की नज़र है।
हे प्रभु ! मेरी प्रार्थना को ऐसे स्वीकार करो कि,
जब-जब मेरा सिर झुके मुझसे जुड़े सभी लोगों की परेशानी दूर हो जाये।
तेरी मेहर पर शक नहीं है मुझे ऐ मेरे परमात्मा,
शक तो ये है मुझे कि मैं तेरे रहम के काबिल हूँ।
मैंने तोड़ दी वो माला यह सोचकर कि,
गिनकर क्यों नाम लूँ उसका जो बिना गिने देता है।
जो कुछ है तेरे दिल में सब उसको खबर है,
बंदे तेरे हर हाल पर भगवान की नज़र है।
भगवान से निराश कभी मत होना,
संसार से आशा कभी मत करना।
कर दिया है बेफिक्र तूने ऐ प्रभु,
अब फिक्र मैं कैसे करूँ फिक्र तो ये है कि, तेरा शुक्र मैं कैसे करूँ।
बड़े नादान हैं वो लोग जो इस दौर मैं भी वफा की उम्मीद करते है,
यहाँ तो दुआ कबूल ना होने पर लोग भगवान तक बदल दिया करते है।
सच्चा प्यार और परमात्मा एक जैसे ही होते हैं
जिसके बारे में बातें सभी करते हैं लेकिन महसूस बहुत कम ही लोग करते हैं।
मन का झूकना बहुत जरूरी है,
केवल सिर झूकाने से परमात्मा नहीं मिलते।
भगवान कहते है
तू करता वहीं है जो तू चाहता है
पर होता वहीं है जो मैं चाहता हूँ तू वो कर जो मैं चाहता हूँ,
फिर देख, होगा वहीं जो तू चाहता है।
कर्म भूमि पर फल के लिये श्रम तो करना ही पड़ता है,
भगवान सिर्फ लकीरें देता हैं रंग तो हमें ही भरना पड़ता है।
जैसे घर के अंदर जली हुई अगरबत्ती से सारा घर सुगंधित हो जाता है,
ठीक उसी प्रकार परमात्मा का नाम जपते रहने से आपका सारा जीवन सुगंधित हो जाता है।
इस जगत में जिसे छूटना है, उसे कोी बांधनेवाला नहीं है,
और जिसे जगत से बंधना है, उसे भगवान भी नहीं छुड़ा सकते।
चिंतन हो सदा इस मन में तेरा चरणों में सदा मेरा ध्यान रहे,
चाहे दुःख में रहूँ, चाहे सुख में रहूँ होंठो पे सदा तेरा नाम रहे।
मत करना अभिमान खुद पर ऐ माटी के प्राणी
तेरे और मेरे जैसे कितनो को ईश्वर ने माटी से बनाकर माटी में मिला दिया।
गुरूर तुझे किस बात का ऐ बंदे,
आज तू मिट्टी के ऊपर तो कल मिट्टी के नीचे।
परमात्मा ने हमें दो हाथ सिर्फ प्रार्थना के लिए ही नहीं
बल्कि प्रयत्न करने के लिये भी दिए है
सिर्फ हाथों को जोड़े रखने से कुछ नहीं होगा,
हमें इनका उपयोग कर प्रयासरत रहना होगा।
परमात्मा से कुछ मागने पर अगर न मिले तो नाराज न होना
क्योंकि, परमात्मा वह नहीं देतें जो आपको अच्छा लगता है
किंतु वह देते है जो आपके लिये अच्छा है।
जो कुछ मैंने खोया वो मेरी नादानी,
जो कुछ मैंने पाया वो मेरे प्रभु की महेरबानी।
आसली लोगों के काम के लिये ही भगवान ने कल का निर्माण किया है
गर तेरी बंदगी ना होती हे ईश्वर तो
ये जिंदगी जिंदगी ना होती।
हे परमात्मा
तेरे दर पे आने से पहले मैं बड़ा कमजोर होता हूँ,
तेरी दहलीज को छूते ही, मैं कुछ और होता हूँ।
ईश्वर के सामने जो झूकता है वह सबको अच्छा लगता है,
किंतु जो सबके सामने झूकता है वो ईश्वर को अच्छा लगता है।
किस से सीखू मैं खुदा की बंदगी,
सब लोग खुदा के बँटवारे किये बैठे है,
जो लोग कहते है परमात्मा कण कण मैं है
वहीं मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारे लिये बैठे है।
ईश्वर पर भरोसा रख अपने गमों की नुमाइश न कर,
जो तेरा है वो तेरे दर पे चल के आयेगा
रोज-रोज उसे पानी की ख्वाहिश न कर।
जीवन में दुःख दूर करने का एकमात्र उपाय है,
कि इस सच को स्वीकार कर लो कि हमारा कुछ नहीं है,
हमारा कुछ नहीं था हमारा कुछ नहीं रहेगा।
बिना संघर्ष के कोई महान नहीं होता,
जब तक न पड़े हथौड़े की चोट पत्थर भी भगवान नहीं होता।
हे ईश्वर
सबकी खुशी में हो खुशी, ऐसा मेरा नजरिया कर दें
सबके चहरे पर खुशी ला सकूँ तू मुझे ऐसा जरियां कर दें।
मैं किसी से बेहतर करूँ क्या फर्क पड़ता है,
मैं किसी का बेहरतर करूँ बहुत फर्क पड़ता है।
नहीं मांगता ऐ ईश्वर कि जिंदगी 100 साल की दे,
दे भले चंद लम्हों की लेकिन बेमिसाल की दे।
ईश्वर कहते है उदास न हो मैं तेरे साथ हूँ सामने नहीं आसपास हूँ,
पहलकों को बंद कर और दिल से याद कर मैं कोई ओर नहीं तेरा विश्वास हूँ।
फुर्सत नहीं इंसान को घर से मंदिर तक जाने की,
और ख्वाहिशे रखता है श्मशान से सीधा स्वर्ग जाने की।
भगवान से न डरो तो चलेगा लेकिन कर्मों से जरूर डरना
क्योंकि, किये हुए कर्मों का फल तो भगवान को भी भोगना पड़ता है।
जब ईश्वर मनुष्य की परीक्षा लेते हैं,
तब वो मनुष्य का सामर्थ्य भी बढ़ा देते हैं,
ताकि वो अधिक बुद्धिमान और अधिक ताकतवर बनें।
भगवान बोलते है तू करता वही है, जो तू चाहता है!
पर होता वही है जो मैं चाहता हूँ,
तू वही कर जो मैं चाहता हूँ फिर होगा वही जो तू चाहता है।
हे प्रभु! मेरी प्रार्थना को ऐसे स्वीकार करो,
की जब-जब मेरा सिर झुके,
मुझसे जुड़े हर इंसान की जिंदगी सँवर जाए।
शायद मेरे पास सब कुछ नहीं पर ईश्वर ने मुझे वो सब दिया है,
जिसकी मुझे जरुरत है मैं इसके लिए ईश्वर का आभारी हूँ।
उसके होते हुए तू क्यों परेशान है,
भगवान के चरणों में तो हर समस्या का समाधान है।
हे मालिक! मेरी गुमराहियों,
मेरे दोष देखकर उन्हें अनदेखा कर देना,
क्यूंकि मैं जिस माहौल में रहता हूँ उसका नाम दुनिया है।
Read Also: