Shayari on Smile in Hindi: नमस्कार दोस्तो, हमेशा की तरह आज फिर से हाजिर है एक नए पोस्ट के साथ जिसका टाइटल है स्माइल शायरी। हम उम्मीद करते है की ये पोस्ट आपको अच्छी लगेगी और आप इसे अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करेंगे।
मुस्कुराहट तबस्सुम हँसी कहकहे,
सब के सब खो गए जब हम बड़े हो गए।
इससे ज़्यादा ज़लालत क्या होगी वसी,
वो बहोत हंसी मगर फिर भी न फंसी।
ठहर सके जो लबों पे हमारे,
हँसी के सिवा है मजाल किसकी।
सौ दर्द छिपे हैं सीने में,
मगर अलग ही मजा है हंस के जीने में।
काफ़ी नहीं ख्वाब किसी बात के लिए,
तशरीफ़ लाएं हसीं मुलाक़ात के लिए।
खामोश बैठें तो लोग कहते हैं उदासी अच्छी नहीं,
जरा-सा हंस लें तो मुस्कुराने की वजह पूछते हैं।
देखी जो नब्ज मेरी हँस कर बोला वो हकीम ,
जा जमा ले महफिल पुराने दोस्तों के साथ तेरे हर मर्ज की दवा वही है।
गमों की मुझ पर कुछ ऐसी नजर हो गई,
जब भी हम हँसे ये आँखे नम हो गई।
क्यों मेरे चैन ओ सुकून के दुश्मन बन गए,
दुनिया बड़ी हसीं है किसी और से दिल लगा लेते।
कुछ हसी चेहरे बड़ा ज़ुल्म ढाते हैं,
दिल भी नहीं देते और देखकर मुस्कुराते है।
होंठों की हँसी को न समझ हक़ीकत ए जिन्दगी,
दिल में उतर के देख कितने टूटे हैं हम।
तुम बस मेरे लबों की हंसी देखा करो,
आंख में देखोगी तो नौटंकीबाज लगूंगा।
उजड़ गया है जनाब मेरा वो घर भी,
जहां कभी तुम्हारी हंसी गूंजती थी।
हल्की हल्की सी हसीं साफ इशारा भी नहीं,
जान भी ले गए और जान से मारा भी नहीं।
जैसे खुशी के आंसू होते हैं,
वैसे ही गम की भी हंसी होती है।
इन लफ़्ज़ों से कहा समझ आएगी कहानी मेरी,
ऐ खुदा मेरा यार हंस रहा है बारिश कि जाए।
बात जब भी रोने की होती है,
ये लड़का ताली मार कर हंस देता है।
मैं हंस कर अब दिल तोड़ देता हूं,
रोने की अदा सिखाने के लिए।
मुझ से बस हंस लो और हंसा लो,
और मैं किसी काम का नही हूं।
किसी भी मायूस चेहरे पर हंसी ला सकते है हम,
लेकिन अब उदास चेहरे हमे अपने से लगते हैं।
इस कातिलाना हँसी पे मत जा नए राही,
तुझसे पहले भी यहाँ मौतें हमनें ऐसे ही देखी हैं।
मेरी शायरी से मेरे किरदार का अंदाजा मत लगाना,
अक्सर मैं हंस कर पढ़ता हूं ये रोने वाली शायरी को।
इतनी हसीं इतनी दिलकश वो सब से जुदा निकली,
मैं मोहब्बत तो कर बैठा पर वो शादीशुदा निकली।
जिंदगी मजाक बन चुकि है
और मुझे बिल्कुल भी हसी नहीं आ रही।
जीने मरने की वादों पर मैं हंस देता हूं,
जब कोई सामने से आता दिखे दरवाजा बंद कर देता हूं।
Shayari in Hindi on Smile
पता नही है मेरे सुकून भरी हंसी को अभी तक,
मैने उसके कत्ल की सुपारी इश्क को दिया है।
मेरे दिए सारे तोहफे तो लौटा दिए तुमने,
ख्वाब सुकून हंसी और बीते पल लौटाओ तो नफरत मानूं।
मैने भी अजीब चीज पाल कर रखी है,
आंखो में नमी और ओंठो पर हंसी संभाल रखी है।
थोड़ी सी तो मेहरबान हो जा मुझ पर ऐ खुशी,
थक सा गया हूँ हँसी की आड़ में गम छुपाते छुपाते।
इस हंसी के पीछे कितना दर्द छुपा है,
तुझे क्या पता ये दिल अंदर से कितना दुखा है।
कुदरत के इन हसीं नज़ारे का हम क्या करे,
तूम साथ नहीं तो ईन चांद सितारो का क्या करे।
याद ए ग़म दिल् से कभी जाती नही,
अब तो भूले से भी हसी आती नहीं।
मैं हंसी मजाक से भरा हुआ लड़का,
किसी दिन सागर किनारे मुर्दा मिलूंगा।
यूं तो सिखाने को जिंदगी बहुत कुछ सिखाती है,
मगर झूठी हंसी हसने का हुनर तो मोहोब्बत ही सिखाती है।
किसी ने मुझसे पूछा तुम्हारा शौक क्या है,
मैंने हंंस कर कहा नफरत करने बालो से मोहब्बत करना।
फिजाओं से उलझ कर एक हसीं यह राज जाना हैं,
जिसे कहतें हैं मोहब्बत वह नशा ही कातिलाना है।
मेरा मूड सुबह से खराब था अचानक
शीशे पर नजर पड़ी और मेरी हँसी निकल गई।
मकड़ी जैसे मत उलझो तुम गम के ताने बाने में,
तितली जैसे रंग बिखेरो हंस कर इस जमाने में।
की मत हो उदास हमे तुम्हारी जान प्यारी है
एक बार हंस दो मेरी जान यह कातिलाना मुस्कान तुम्हारी है।
इश्क़ के ख्यालों का एक हँसी मंज़र हो तुम,
डूब गई है मेरे दिल की कश्ती जिसमे,वो समंदर हो तुम।
Smile Shayari in Hindi
मकड़ी जैसे मत उलझो तुम गम के ताने बाने में,
तितली जैसे रंग बिखेरो हंस कर इस जमाने।
रूठना मनाना हंसी तोहफे यह सब रस्मे है शुरुआती रिश्ते की,
जब हो जाए ताल्लुक पुराना सब बनाते हैं बहाना।
आप सदा यूँ ही मुस्कुरातें रहना,
क्योंकि आप किसी के होठों की हँसी हैं।
कल किसने देखा है तो आज भी खोंए क्यों,
जिन घड़ियों में हंस सकते हैं उन घड़ियों में रोए क्यों।
यूं ही रोते हुए दिल में आज ये ख़्याल आया,
कोई तो शाम भी कभी हंस के गुज़ारी जाये।
गमों की मुझ पर कुछ ऐसी नजर हो गई,
जब भी हम हंसे ये आँखें नम हो गई।
जोरों से हँस पड़े हम बड़ी मुद्दतों के बाद,
फिर कहा किसी ने कि मेरा ऐतबार कीजिये।
लहजे का रस हँसी की धनक छोड़ कर गया,
वो जाते जाते दिल में कसक छोड़ कर गया।
किसी को उजाड़ कर बसे तो क्या बसे,
किसी को रुला कर हसे भी तो क्या हसे।
बेशुमार जख्मों की मिसाल हूं मैं,
फिर भी हंस लेता हूं कमाल हूं मैं।
खामोश बैठे हैं तो लोग कहते हैं उदासी अच्छी नहीं,
और ज़रा सा हंस लें तो लोग मुस्कुराने की वजह पूछ लेते हैं।
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