Women's day Quotes in Hindi: नमस्कार दोस्तों, हमेशा की तरह आज फिर से हाजिर है एक नए पोस्ट के साथ जिसका टाइटल Shayari on Women है। हम उम्मीद करते है की ये पोस्ट आपको पसंद आएगी और आप इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करेंगे।
वो औरत बहुत खुशनसीब होती हैं,
जिसे एक सच्चा इश्क़ करने वाला मर्द मिलता हैं।
औरत को तो जंग में भी मारने की इजाज़त नही होती,
फिर क्यो कुछ लोग उन्हें मोहब्बत में मार देते है।
मर्द हैं हम हमारी हस्ती का इतना तो रौब हो,
बगल से निकले ग़र कोई औरत तो बेखौफ हो।
नायाब होते हैं वो मर्द जिनकी किरदार की खुशबू पाकर औरत खुद मोहबत का इजहार करती हैं।
आता पहले मर्द से औरत का ही नाम,
चाहें सीताराम हो या फिर राधेश्याम।
औरत के लिए कोई व्रत नहीं रखता फिर भी लंबी उम्र जी लेती है,
प्रेम करती है राधा की तरह मीरा की तरह विष पी लेती है।
पागल दिवाना क़ातिल बेग़ैरत बना देती है,
आदमी को जाने क्या क्या औरत बना देती है।
वफ़ा मर्द या औरत में नहीं होती,
यह तो फितरत और परवरिश में होती है।
औरत जब किसी मर्द पर दिल हार जाए,
तो मजाल है कोई और मर्द उसे हासिल कर पाए।
मर्द मांग ले तो जिस्म,
औरत खुद दे दे तो मोहब्बत।
मास्क लगा कर दो महीने में थक गया वो आदमी,
जो कहता था औरत को हमेशा पर्दे में रहना चाहिए।
मर्द की दी गई इज्जत,
औरत के लिए मोहब्बत होती हैं।
औरत को नापसंद मर्द की मोहब्बत भी हवस लगती है,
और पसंदीदा मर्द की हवस भी मोहब्बत लगती है।
ये औरत है साहब, निभाने पर आऐ तो नाली में पड़े,
शराबी के साथ पूरी ज़िन्दगी गुज़ार दे,
वरना छोडने पर आऐ तो बिल गेट्स को छोड़ दे।
तुम सच्ची मोहब्बत देकर तो देखो,
औरत सबकुछ कुर्बान कर सकती है तुम पर।
खाली जेब वाले मर्द का प्यार,
दुनिया की हर औरत की नजर में बकवास होता है।
औरत को फसाया नही,
दिल में बसाया जाता है।
नायाब होते हैं वो मर्द जिनके किरदार की खुशबू पा कर,
औरत खुद मोहब्बत का इजहार करती है।
मेंहदी लगी है हाथ पे लेकिन वो खुश नहीं,
कितनी बड़ी दलील है औरत के सब्र की।
मर्द नही होता कभी हवस का शिकार,
ना होता है प्यार मे बीमार वो करना जानता है औरतो पर वार।
सिसकती ख़्वाहिशों के रतजगे के साथ जीती हूँ,
मैं औरत हूँ घुटन में भी क़ायदे के साथ जीती हूँ।
उस देश में औरत का रुतबा कैसे बुलंद हो सकता है ,,
ऐ दोस्त,
जहाँ मर्दों की लड़ाई में गालियां मां -बहन को दी जाती है।
कह देना आसान है कि औरत की इज़्ज़त करता हूँ,
औकात होनी चाहिए सच मे इज़्ज़त करने के लिए
इतनी जल्दी समझ लेना, इतना आसान भी नहीं,
ये औरतें हैं जनाब ज़माने निकल गए, समझते-समझते
ख़ुदा ने ये सिफ़त दुनियाँ की हर औरत को बख्शी है,
अगर वो पागल भी हो जाए तो अपने बच्चे को याद रखती है।
Shayari on Women in Hindi
औरत को हमेशा औरत की ही नज़र लगी है,
मर्द ने तो हमेशा देखते ही माशा अल्लाह कहा है।
पागल दिवाना क़ातिल बेग़ैरत बना देती है,
आदमी को जाने क्या क्या औरत बना देती है।
तुम आदमी हो शराब पी लोगे,
मैं औरत हूँ मुझे आँसू पीना पड़ेगा।
हर मर्द दहेज नही मांगता मगर,
हर औरत तलाक के समय लाखो रुपये मांगती है।
औरत होती है एक किताब तहज़ीब की मोहब्बत की ,
ममता की जब भी पढ़ना अदब से पढ़ना।
सच कहते हैं लोग औरतों में दिमाग नहीं होता,
इसीलिये तो वो हर रिश्ता दिल से निभाती हैं बेमतलब बेवजह।
औरत मोहताज नही किसी गुलाब की,
वो खुद बाग़बान है इस कायनात की।
भूलने के लिए औरतों का दिल चाहिए ,
मर्द तो यादों में जिंदगी गुजार देते हैं।
मर्द ने हमेशा अपनी पसंदीदा औरत को खोया है औऱ
औरत को कभी उसका पसंदीदा मर्द नही मिला।
बे ख़ौफ़ अपनी आवाज़ उठाया करो,
औरत हो ये सोच कर डर मत जाया करो।
भूलने के लिए औरतों का दिल चाहिए,
मर्द तो यादों में जिंदगी गुजार देते हैं।
औरत को अगर नए मर्द से इज्जत मिले तो वह,
अपनी गहरी मोहब्बत को भी कुर्बान कर सकती है।
औरत के जिस्म से खेलने का कुक्रत्य ना कर अरे मुर्ख मर्द,
ये जिस्म तेरा औरत की कोख में ही बना है।
लिखता रहता हूँ महफिलों में रोजाना ,
वो कितनी मशहूर है उसे मालूम भी नहीं है।
बहुत हुआ छुपना छुपाना खुलेआम प्यार दे दूं क्या,
मुझे बस इश्क है तुमसे ये अखबार में इश्तहार दे दूं क्या।
तुझ से कुछ और तअ'ल्लुक़ भी ज़रूरी है मेरा,
ये मोहब्बत तो किसी वक़्त भी मर सकती है।
मै वाकिफ़ हुँ चार दिन कि मोहब्बत से,
मै भी किसी कि अजीज रह चुकी हूं।
अव्वल रखा है हर जगह तुम्हे मेरी जान,
तुम तो मुझमें भी मुझसे पहले आती हो।
वो पहली मुलाकात थी और हम दोनों बे-बस,
वो जुल्फें ना समेट सकीऔर हम खुद को।
इश्क़ मेरे लफ्जों में कुछ यूं दिखने लगा,
वो मुझे पढ़ने लगी और मैं उस पर लिखने लगा।
कोहरे में ढका-ढका सा शहर मेरा और
चाय की चुस्कियों में घुली यादें तुम्हारी।
गुज़र गया पूरा दिन काम काज में,
हमने तेरे वास्ते रात को बचाए रखा है।
मैं चाहता तो तुम्हे रोक भी लेता, पर तुम तो बस एक खयाल थी,
तुम्हे ढूंढ लेता मैं शायद खुदमे,पर तुम तो खुद पर सवाल थी।
वो एक ही चेहरा तो नहीं सारे जहाँ में,
जो दूर है वो दिल से उतर क्यूँ नहीं जाता।
आओ ना मिलकर ढूंढ लाये,
कोई वजह एक होने की।
उसकी आँखों की गुफ़्तगू से साफ़ ज़ाहिर है,
कि ले रखी है मेरी जान की सुपारी उसने!
जिसने अदा सीख ली गम में भी मुस्कुराने की,
उसे कभी नहीं मिटा सकती साजिशें जमाने की।
बड़ी बेअदब है जुल्फे आपकी,
हर वो हिस्सा चूमती है जो मेरे मन की ख्वाहिश है।
तहरीरें लिखनी हमें नहीं आती,
हम जिसका हाथ पकड़ेंगें शहज़ादी बना देंगें।