Sad Poetry in Hindi: नमस्कार दोस्तो, हमेशा की तरह आज फ़िर से हाजिर है एक नए पोस्ट के साथ जिसका टाइटल है सैड शायरी। हम उम्मीद करते है की ये पोस्ट आपको पसंद आयेगा और आप इसे अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करेंगे।
जो लोग झुक जाएँ मोहब्बत में तो समझ लेना,
वो मोहब्बत के साथ साथ इज्जत भी बहुत देते हैं।
वो जो ज़िंदगी में कुछ वक्त बिताने आये थे,
लगता है वो अपनी औकाद दिखाने आये थे।
मत किया कर ऐ दिल !किसी से मोहब्बत इतनी,
,जो लोग बात नहीं करतेवो प्यार क्या करेगें।
इस सलीक़े से मुझे क़त्ल किया है उस ने,
अब भी दुनिया ये समझती है कि ज़िंदा हूँ मैं।
रिश्ते संजोने के लिए एक इंसान झुकता चला गया,
और,
लोगों ने इसे उस की औकात समझ लिया।
रोज़ तारों की नुमाइश में ख़लल पड़ता है,
चांद पागल है अंधेरे में निकल पड़ता है।
टूट जायेंगी तेरी ज़िद की आदत उस वक़्त,
जब मिलेगी ख़बर तुझको की याद करने वाला अब याद बन गया है।
चाँद देखा है तो याद आई है तेरी सूरत,
हाथ उठते हैं मगर हरफी दुआ याद नहीं।
वो नाराज़ है तो नाराज़ होने दो मुर्शद,
किसी के क़दमों में गिर कर जीना हमें नहीं आता।
खुश हूँ की तुम मेरी जिन्दगी हो,
गम इस बात का है की छोड़ के जरुर जाओगे।
मैं शायद हूँ शायद तेरे लिए,
पर यक़ीन कर तू यक़ीन है मेरे लिये।
मेरे अकेलेपन को मेरा शौक ना समझो यारो,
बड़े ही प्यार से तोहफा दिया है किसी चाहनेवाले ने।
दुःख देकर सवाल करते हो,
तुम भी ग़ालिब कमाल करते हो।
गुनाह करके कहाँ जाओगे ग़ालिब,
ये ज़मीं ये आसमां सब उसी का है।
इंसान की असल मौत तब होती है,
जब वो किसी के दिल से निकलता है।
कैसे करूँ भरोसा गैरों के प्यार पे,
यहाँ अपनी ही लेते है मज़ा अपनो की हार पे।
तारीफ़ अपने आप की करना फ़िज़ूल है,
ख़ुशबू खुद बता देती है कौन सा फ़ूल है।
नज़रों में दोस्तों की जो इतना खराब है,
उसका कसूर ये है कि वो कामयाब है।
किस्मत से मत लड़ जो होना है वही होगा,
जिसे तू खोने से डरता है तू वही खोएगा।
तुझे तो हमारी मोहब्बत ने मशहूर कर दिया बेवफ़ा,
वरना तू सुर्खियों में रहे तेरी इतनी औकात नहीं।
कभी मिलोगी तो तुम्हारे मुँह पे मारेंगे,
वो ख़्वाब जो तुमने दिखाएं थे।
कद बढ़ा नहीं करते, ऐड़ियां उठाने से,
ऊंचाईया तो मिलती है, सर झुकाने से।
कर्जदार हूं मैं कुछ लोगों की क्योंकि,
उनके दिए धोखो से ही मेरी जिंदगी सुधरी है।
वो आरजू जो बाकी आरजूओं को खा जाए,
उसे मोहब्बत कहते है।
लकीरें तो हमारी भी बहुत ख़ास है,
तभी तो आप जैसे दोस्त हमारे पास है।
छोड़ दिया लोगों के ख्यालों मे रेहना,
अब हम लोगों से नहीं लोग हमसे इश्क़ करते हैं।
डरने लगे है माँ बाप भी कुछ कहने से,
ये नई नस्ल पंखे से जल्दी लटक जाती है।
एक बिगड़ी हुई औलाद भला क्या जाने,
कैसे माँ बाप के होंठो से हसी जाति है।
तू भी खामखां बढ़ रही ऐ तपिश,
इस शहर में अब पिघलने वाले दिल न रहे।
माना की तुझे फुर्सत नही मुझसे बात करने की,
पर मुझे कौन रोक सकता है तुझे याद करने से।
बहुत बातें करते थे तुम,
आज न बातें हैं न ही तुम
ना होती मोहब्बत तो कैसे जान पाते,
कैसे जीतें हैं लोग किसी पर मरने के बाद
सिर्फ अश्क ही गवाही दे सकते हैं मेरी,
की दिल कितनी शिद्दत से याद करता है तुझे।
जिन लोगों को तन्हाई पसंद होती है,
उन्हें समझना बहुत मुश्किल होता है।
कितनी मोहब्बत है तुमसे कोई सफाई नहीं देंगे,
साए की तरह रहेंगे तेरे साथ पर दिखाई नहीं देंगे।
हंसते हुए अच्छे लगती हो,
ये कहा था उस रुलाने वाले ने।
जाते ही शमशान में मिट गई सब लकीर,
पास-पास जल रहे थे राजा और फकीर।
नींद कि गोलिया बनाने वाला,
खुद्कुशी से डर गया होगा।
कभी किसी का ख्याल थे हम भी,
गए दिनों में कमाल थे हम भी।
घमंड से भी अक्सर खत्म हो जाते हैं कुछ रिश्ते,
कसूर हर बार गलतियों का नहीं होता।
Alone Sad Poetry in Hindi
दुनिया छोड़ने का इरादा किया मैंने जिसके वास्ते,
उसने मुझे छोड़ दिया किसी गैर के वास्ते।
क्यों आशिक़ ही समझते हैं यहाँ सब लोग शायर को,
वजह इक ही है क्या दुनिया में यूँ मातम मनाने की।
और कल रात ख्वाब में कुछ यू देखा,
आप आ तो गए थे मगर मुझे दफना दिया गया था।
जब जान प्यारी थी तब दुश्मन हजार थे,
अब मरने का शौक है तो कातिल नहीं मिलते।
कर्जदार हूं मैं कुछ लोगों की क्योंकि,
उनके दिए धोखो से ही मेरी जिंदगी सुधरी है।
काश तूम और मैं साथ बैठे हो और कोई,
फक़ीर आकर कहे खुदा जोड़ी सलामत रखे।
एक हमें आवारा कहना कोई बड़ा इलज़ाम नहीं,
दुनिया वाले दिलवालों को और बहुत कुछ कहते हैं।
छत पर वॉक करने वाला मौसम हैं,
और छत से छलांग लगाने वाले हालात हैं।
बहुत खूबसूरत दिखते हैं वो लोग,
जिनके अंदर ज़हर भरा होता है।
छोड़ना चाहो तो कमियां बहुत हैं मुझमें,
निभाना चाहो तो खूबियां भी कम नहीं हैं।
जब से देखा है तुम्हें दिल को पसंद हो,
मुझे चाय और तुम, दोनों पसंद हो।
ढूंढ लेते तुम्हे हम, शहर कि भीड़ इतनी भी न थी,
पर रोक दी तलाश हमने क्योंकि तुम खोये नहीं बदल गए थे।
मेरे अपने नाराज़ है मेरे व्यवहार से,
पर मेरी मनोदशा से कोई परिचित नहीं है।
पढ़े हैं इश्क से ज्यादा गणित के चैप्टर हमने,
मगर कल रात अपनी करवटों को गिन नहीं पाये।
शाम तक सुबह की नजरों से उतर जाते हैं,
इतने समझौतों पे जीते हैं कि मर जाते हैं।
उन्होंने इकरार किया, हमनें नज़रे झुका ली,
बस कुछ ऐसे ही हमारी हल्की फुल्की love story स्टार्ट हुई थी।
मंजिले ️मुझे छोड़ गई रास्तों ने संभाल लिया,
ज़िन्दगी तेरी जरुरत नहीं मुझे हादसों ने पाल लिया।
फासलों का एहसास तो तब हुआ,
मैंने कहा मैं ठीक हूँ और उसने मान भी लिया।
किसी ने मुफ्त में वो शख्स पाया,
जो हर कीमत पे मुझको चाहिए था।
हाल क्या कहूं लग गई हैं नजर तुम्हारी,
तुम्हारी थी इसलिए अब तक नही उतारी।
मिल जाएँगे कुछ हमारी भी तारीफ़ करने वाले,
कोई हमारी मौत की अफवाह तो उड़ाओ यारों।
अजीब खुदा है इश्क़ का बिना मांगे
प्यार पकड़ा देता है और फिर मांगने से यार भी नहीं देता।
उदासियों से कहो कोई और चेहरा ढूँढे,
हम तो अब ग़म में भी मुस्कुराने लगे हैं।
जाने कितने लोग मिले हैं इस दुनिया के मेले में,
याद तुम्हारी ही आती है अक्सर बैठ अकेले में।
तुम्हारे साथ खामोश भी रहूँ तो बातें पूरी हो जाती है,
तुम में, तुम से, तुम पर ही मेरी दुनिया पूरी हो जाती है।
ठहर जाती है तेरी यादें जहाँ,
रात भी वहाँ से फिर गुजर नही पाती।
ईधर उधर से रोज न तोङिए हमें,
अगर खराब है तो छोङिए हमें।
जिस पर गुजरी है वही जानता है,
दिल तसलियों से कहाँ मानता है।
हा ब्लोक करती हु में हर किसी को,
सोचती हु दूरियां बेहतर हैं बेवजह बदनाम होने से।
कौन रोयेगा हमारी खातिर मेरे यार,
हम तो वो है जो खुद पर भी हंस लेते हैं।
जब दर्द सहना खुद है,
तो किसी को बताकर तमाशा कयो करना।
यूँ तो गलत नहीं होते अन्दाज़ चेहरों के,
लेकिन लोग वैसे भी नहीं होते जैसे नज़र आते हैं।
सब धोखेबाज हैं किसका यकीन करू
हर कोई जिंदगी में आ कर लौट जाता है।
तेरे होते हुए भी तो तन्हा थे हम,
तेरे ना होने पर फिर रोना कैसा।
मज़हबी बहस मैने की ही नहीं,
फालतु अक्ल मुझ में है ही नहीं।
जब जब मेरे जख्म भरने शुरू होते है,
कमबख्त फिर तुम्हारी याद आ जाती है।
बेचैन होकर कुछ नहीं बदलता,
मिलता वहीं हैं जो मुकद्दर में हो।
किसी हंसते हुए लड़के को देखता हूं अगर मैं,
तो यही प्रार्थना करता हूं कि भगवान इसे कभी इश्क ना हो।
मैंने देखा है दिल दुखने से चेहरे की रंगत ख़ुद उड़ जाती है,
बाहर से शांत दिखने के लिए अंदर से बहुत लड़ना पड़ता है।
मैंने तालों से सीखा है साथ निभाने का हुनर,
टूट गया लेकिन कभी चाबी नहीं बदली।
कोई ढूंढ लाओ उसको वापस मेरी ज़िन्दगी में,
ज़िन्दगी अब साँसे नहीं उसका साथ मांग रही हैं।
जख्म पाने की कोई उम्र नहीं होती,
हर उम्र के अपने जख्म होते हैं।
जिंदगी को हमेशा मुस्कुरा कर गुजारो,
क्योंकि हम नहीं जानते कितनी बाकी है।
जिन्हें रात को नींद नहीं आती उन्हीं को मालूम है कि,
सुबह आने में कितने ज़माने लगते हैं।
भले ही हमारे बीच नाराजगी क्यूँ न हो,
फिक्र तो हर वक़्त तुम्हारी रहती ही है।
ये प्रेम प्यार इश्क़ महोब्बत के,
एक-एक अक्षर विकलांग क्यों है।
हिचकियां रूक ही नहीं रही हैं आज,
पता नहीं हम किसके दिल में अटक गए हैं।
हमारा अगला सफ़र धूप का सही लेकिन,
तुम्हारी छांव में अब लौट के नहीं आना।
कमज़ोर बदला लेते है मजबूत माफ़ करते है,
समझदार नज़रअंदाज करते है।
प्यार में तो रस्में होती हैं रोठने मनाने की,
और लोगो ने अफवा फैला रखी है कि मुझे छोड़ गया।
कोई उसे खुश करने के बहाने ढूंड रहा था,
मैने कहा- उसे मेरे मरने की खबर सुना दे।
पत्थर था मेरा दिल तुमने मोम बनाया है,
अपनी मोहब्बत से तुमने मुझे निखारा है।
हथैली पर रखकर नसीब तू क्यों अपना मुकद्दर ढूढ़ता है,
सीख उस समंदर से जो टकराने के लिए पत्थर ढूंढता है।
तेरी जुल्फों से नज़र मुझसे हटाई न गई,
नम आँखों से पलके मुझसे गिराई न गई।
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