जब जब भरोसा किया है मेने,
तब तब भरोसा टूटा है मेरा,
अब तो किसी पर भरोसा करने का,
मन ही नही करता है मेरा।
किसी पर इतना विश्वास रखो,
कि कोई उसे तोड़ ना पाए,
चाहे कोई कितनी भी कोशिश कर ले,
रिश्तों का कुछ उखाड़ ना पाए।
जिस से हर उम्मीद हो,
और वो ही दिल दुखा दे,
तो पूरी दुनिया से ही,
भरोसा उठ जाता है।
वक्त के क्रूर छल का भरोसा नहीं,
आज जी लो कि कल का भरोसा नहीं,
दे रहे हैं वो अगले जन्म की खबर,
जिनको अगले ही पल का भरोसा नहीं।
भरोसा कर के तुमपे जो मैने,
तुम्हारा हाथ थाम लिया,
भरोसा भी न रहा मेरे भरोसे पे,
के तुमने मेरा साथ छोड़ दिया।
भरोसा शायरी - पल पल का एहसास
पल पल से बनता है एहसास,
एहसास से बनता है विश्वास,
विश्वास से बनते हैं कुछ रिश्ते,
और उन रिश्तों से बनता है कोई खास।
अगर बिछड़ना नही चाहते हो तो,
खुद पर भरोसा करना सीखो,
क्युकी सहारे कितने भी मज़बूत हो,
कभी ना कभी साथ छोड़ जाते है।
दिल का दर्द एक राज बनकर रह गया,
मेरा भरोसा मजाक बनकर रह गया,
दिल के सोदागरो से दिल्लगी कर बैठे,
शायद इसीलिए मेरा प्यार इक अल्फाज बनकर रह गया।
Bharosa Shayari - दिल की सरहद
मेरे दिल कि सरहद को पार न करना,
नाजुक है दिल मेरा वार न करना,
खुद से बढ़कर भरोसा है मुझे तुम पर,
इस भरोसे को तुम बेकार न करना।
लोगो के पास बहुत कुछ हैं,
मगर मुश्किल यही है कि,
भरोसे पर शक हैं और,
अपने शक पे भरोसा हैं।
अगर बिछड़ना नही चाहते हो तो,
खुद पर भरोसा करना सीखो,
क्युकी सहारे कितने भी मज़बूत हो,
कभी ना कभी साथ छोड़ जाते है।
भरोसा शायरी - बेवजह बातों का मतलब
कुछ चीज़ें बेवजह होती है,
बातो का मतलब ढूंढने से अच्छा,
बातो को समझना और जी लेना सीखो,
ज़िन्दगी की मुस्कुराहट फिर लौट आएगी।
अब तो न किसी की चाह,
न ही किसी से कोई आस बाकी है,
बस तू जहां भी जाए हमेशा खुश रहे,
मेरे लिए तो बस इतना ही काफी है।
वो खुदा की बनाई हुश्न-ए-परी थी,
और उसके फकीर थे हम,
वो इसलिए नहीं है अब साथ में,
वजह उसके हाथ की लकीर न थे हम।
Shayari On Bharosa - पराया सा लगता है
अब तो हर उजाला भी अंधेरा सा लगता है,
हर देखा हसीन ख्वाब भी धुंधला सा लगता है,
कुछ इस तरह धूल झोंकी उसने मेरी आंखों में,
कि अब तो हर अपना भी पराया सा लगता है।
उनके इंतजार की घड़ी भी अब,
धीमी हो गई वो
शायद इसलिए कि उनके वादों में,
कोई सच्चाई ही न थी।
उसको लगता मैं उससे प्यार नहीं करता,
उससे बात न करता,
अब उसको कौन समझाए कि,
उसके अलावा तो मैं किसी और से,
बात तक न करता।
Bharosa Shayari - दोस्ती का रिश्ता
ना छुपाना कोई बात दिल में हो अगर,
रखना थोड़ा भरोसा हम पर,
हम निभाएंगे दोस्ती का रिश्ता इस क़दर,
के भुलाने पर भी न भुला पाओगे ज़िन्दगी भर।
मोहबत करने वालो के दिल टूट ही जाते हैं,
हाथ अक्सर हाथो में छूट ही जाते हैं,
जिनकी वफ़ा पर होता हैं भरोसा,
अक्सर वो शख्स रूत ही जाते हैं।
भरोसा प्यार दोनो किया था,
इसमें कोई खता तो नहीं,
वो मेरे कुछ अपने ही थे,
जो आग लगाकर देखने आए,
कहीं कुछ बचा तो नहीं।
भरोसा शायरी - डूबने का मंजर
रिश्ता और भरोसा दोनो ही दोस्त हे,
रिश्ता रखो या ना रखो किंतु,
भरोसा जरूर रखना,
क्युं की जंहा भरोसा होता हे,
वंहा रिश्ते अपने आप बन जाते है।
अपनी मोहब्बत पे इतना भरोसा तो है मुझे,
मेरी वफायें तुझे किसी और का होने न देंगी।
मेरी हर तलाश पूरी कर जाते हो तुम,
सोते वक़्त जब ख्वाब में आ जाते हो तुम।
खुशनुमा सा मौसम था,
और वक्त भी उस समय जरा सा ठहरा था,
हमने अपने सपनों को इसलिए छोड़ दिया,
क्योंकि तेरा सपना ही अब मेरा सपना था।
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