Aukat Shayari: नमस्कार दोस्तो, हमेशा की तरह आज फिर से हाजिर है एक नए पोस्ट के साथ जिसका टाइटल है औकात शायरी। आज के समय में सब दौलत के पीछे के भाग रहे है। पैसा पाने के लिए लोग कुछ भी करने के लिए तैयार है। आदमी की औकात उसके चाल चलन और उसके व्यवहार से पता चलता है।
लेकिन लोग भूल जाते है कि सब का वक़्त आता है, इसलिए अच्छे समय मेे हमे अपनी औकात नहीं भूलना चाहिए। हम उम्मीद करते है कि इस पोस्ट की औकात शायरी हिंदी मे अच्छी लगेगी और इसे आप अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करेंगे।
औकात से ज्यादा मोहब्बत कर ली,
इसलिए बर्दाश्त से ज्यादा दर्द मिला।
जीन लोगो ने अपनी औकात दिखा दी है ना,
हमने उनके लिए भी अपना फर्ज निभाया है।
मोहब्ब्त ज़िंदा रखिये,
शिक़ायत की औक़ात ही क्या है फिर।
इश्क़ करना है तो औकात से बाहर करो,
जब पूरा हो तो ख्वाब लगना चाहिए।
Best Aukat Shayari
उसे तराशा ऐसा कि हीरा बना दिया,
अब वही कह बैठे मुझे खरीदते की तेरी औकात नहीं।
वो तो दर्द लिखा था मेरी किस्मत में,
वरना तु भी जानता है, तेरी इतनी औकात ना थी।
इंसान को अपनी औकात भूलने की बीमारी है और,
कुदरत के पास उसे याद दिलाने की अचूक दवा।
सुधरी हे तो बस मेरी आदते वरना मेरे शौक,
वो तो आज भी तेरी औकात से ऊँचे हैं।
Aukat Shayari In Hindi
वो पूछ बैठे हमसे रहने की कोई बेहतरीन जगह,
हमने एक नज़र देखा उन्हें और कहा अपनी औकात में।
जीन लोगो ने अपनी औकात दिखा दी है ना,
हमने उनके लिए भी अपना फर्ज निभाया है।
क्या औकात है तेरी ए ज़िंदगी,
चार दिन की मोहब्बत,
तुझे बरबाद कर देती है।
कुछ बनना ही है तो समंदर बनो,
लोगो के पसीने छूटने चाहिए तुम्हारी औकात नापते नापते।
Aukat Shayari Hindi
हाथ लगाने की औकात ना थी किसी की,
पर तेरी मोहब्बत ने खींच खींच के तमाचे मारे।
मेरी औकात मेरे सपनों से इतनी बार हारी है,
कि अब उसने बीच में बोलना ही बंद कर दिया है।
जबरदस्तियों की नजदीकियों से,
सुकून की दूरियां बेहतर हैं।
छोटा सा फ़साना,
किसे क्या बताना।
मोहतरमा ने तोहफ़े में पायल कबूल कर ली है,
अब वो चलेगी तो मेरा इश्क़ गूंजेगा।
Aukat Shayari Image
जिंदगी आपको बहुत दुख देगी,
पर आप मना कर देना कि नहीं चाहिए।
आगाज़ तो होता है अंजाम नहीं होता,
जब मेरी कहानी में वह नाम नहीं होता।
तुमसे मिलने को किस्मत कह गए सब,
बिछड़ने को मैंने हादसा करार कर दिया।
उसके हाथों में एक हाथ देखा था,
हां ये हादसा हमने सरेआम देखा था।
औकात शायरी
जिंदगी में एक बात पर बड़ा रोना आया,
जो लोग मेरे ना थे वही लोग मुझे अपने लगे।
वासना खींचती है,
प्रेम प्रतीक्षा करता है।
मोहब्बत उनसे दोबारा नहीं होगी,
बस शर्त है वो सामने ना आए।
तुझे भूल जाना तो मुमकिन नहीं,
मगर भूल जाने को जी चाहता है।
औकात शायरी हिंदी मे
थूक के चाटने की आदत नही हमारी एक बार दिल से,
निकाल दिया फिर वापस आने की औकात नही तुम्हारी।
बात ऊँची थी मगर बात जरा कम आंकी,
मेरे जज्बात की औकात जरा कम आंकी,
वो फ़रिश्ता कहकर मुझे जलील करता रहा,
मैं इंसान हूँ मेरी जात जरा कम आंकी।
माना की तुम जीते हो ज़माने के लिये,
एक बार जी के तो देखो हमारे लिये,
दिल की क्या औकात आपके सामने,
हम तो जान भी दे देंगे आपको पाने के लिये।
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