Shayari To Impress A Girl: नमस्कार दोस्तो, हमेशा की तरह आज फिर से हाजिर है एक नए पोस्ट के साथ जिसको आप जरूर पसंद करेगा। हमारी हमेशा से यही कोशिश रहता है कि आपके लिए बेहतरीन शायरी पोस्ट करे। हम उम्मीद करते है कि आज की पोस्ट आपको अच्छी लगेगी और आप इसे जरूर शेयर करेंगे।
रूह में जल उठे बुझती हुई यादों के दिए,
किस कदर दीवाने थे हम आपको पाने के लिए।
इंतजार तो अब किसी का भी नहीं है,
फिर भी ना जाने क्यूँ पलट के देखने की आदत नहीं जाती।
यादों के काफिले जो सरसराये दिल में जज्बात गुनगुनाने लगे,
तुझसे रूबरू होने की चाहत में उम्मीदों के चिराग जलने लगे।
संभलकर चलना हम भी जानते थे,
पर ठोकर भी लगी उसी पत्थर से जिसे हम अपना समझते थे।
कौन कहता है कि रिश्तों में जलन और कड़वाहट बसती है,
हमारे ग्रुप में आकर देखो हमारे दिलों में सिर्फ और सिर्फ मोहब्बत बसती है।
Best Shayari To Impress A Girl In Hindi
जहाँ से जी ना लगे तुम वहीं बिछड़ जाना,
मगर ख़ुदा के लिए बेवफ़ाई मत करना।
वक्त की धारा में अच्छे अच्छों को मजबूर होता देखा है,
कर सको तो किसी को खुश करो, दुःख देते हुए तो हजारों को देखा है।
कैसे फलेगी ये गूँगी मोहब्बत,
न हम बोलते हैं न वो बोलते हैं।
हम गमो को छिपाने का कारोबार करते है,
कसूर बस इतना है की हम गम देने वाले से ही प्यार करते है।
लोग मेरे आशियाने की तारीफ़ किया करते हैं,
हम उसी तारीफ़-ए-आशियाँ में घुट-घुट के जीया करते हैं।
परख न सकोगे ऐसी शख़्सियत है मेरी,
में उन्ही के लिए हूँ जो जाने क़दर मेरी।
सीने में आबाद हमेशा रहती है,
पहली मोहब्बत याद हमेशा रहती है।
आज किसी ने मुझसे पूछ ही लिया,
जुबां बहुत मीठी है ज़ख़्म गहरा तो नही।
मत किया कर ऐ दिल किसी से मोहब्बत इतनी,
जो लोग बात नही करते वो प्यार क्या करेगें।
हाथों में पत्थर नहीं फिर भी चोट देती है,
ये जुबान भी अजीब है अच्छे-अच्छों के घर तोड देती है।
डूबी है मेरी उंगलियाँ मेरे ही खून में,
ये काँच के टुकड़ो पर भरोसे की सज़ा है।
मेरी अधूरी सी कहानी का कोई दिलकश सा किस्सा हो तुम,
मेरी छोटी सी ज़िंदगी की एक उम्र का हिस्सा हो तुम।
किसी और से क्या मोहब्बत करूं,
इन दिनों खुद से ही फिर जुङने की कोशिश कर रहा हूँ।
मोहब्बत और मुकद्दर में बरसों से जिद का रिश्ता है,
मोहब्बत जब भी होती है तो मुकद्दर रूठ ही जाता है।
जमीं पर रह कर आसमां को छूने का फितरत है मेरा,
पर गिरा कर किसी को ऊपर उठने का शौक नहीं रखते।
रहते हैं आस-पास ही लेकिन पास नहीं होते,
कुछ लोग मुझसे जलते हैं बस ख़ाक नहीं होते।
ये दुनिया है जनाब महफ़िल में बदनाम,
और अकेले में सलाम करती है।
हमसे जलने वाले भी कमाल के होते हैं,
महफिले तो खुद की होती हैं पर चर्चे हमारे होते हैं।
अब क्यूँ तकलीफ होती है तुम्हें इस बेरुखी से,
तुम्हीं ने तो सिखाया है कि दिल कैसे जलाते हैं।
मुकम्मल इश्क़ तब होता है,
जब इश्क़ की बाहों में ख़ुद इश्क़ होता है।
वफ़ा और मोहब्बतों के ज़माने गये जनाब,
अब तो दिल को बहलाने का सामान है मोहब्बत।
शायरीयो का बादशाह हूँ और कलम मेरी रानी है,
अल्फाज़ मेरे गुलाम है बाकी रब की महेरबानी है।
चलो आज फिर थोडा मुस्कुराया जाये,
बिना माचिस के कुछ लोगो को जलाया जाये।
मोहब्बत के बाद मोहब्बत मुमकिन तो है,
पर टूट कर चाहना सिर्फ एक बार होता है।
मैंने कुछ लोग लगा रखे हैं पीठ पीछे बात करने के लिए,
पगार कुछ नहीं है उनकी पर काम बड़ी ईमानदारी से करते हैं।
ये मत समझ कि तेरे काबिल नहीं हैं हम,
तड़प रहे हैं वो जिसे हासिल नहीं हैं हम।
बड़ा ही खामोश सा अंदाज है तुम्हारा,
समझ नहीं आती फ़िदा हो जाऊ या फना हो जाऊ।
टूट के चाहना और फिर टूट जाना सुनो,
बात छोटी सी है मगर जान निकल जाती है।
कोशिश तो रोज़ करते हैं के वक़्त से समझौता कर लें,
कम्बख़्त दिल के कोने में छुपी उम्मीद मानती ही नहीं।
नहीं कोई जरुरत याद रखने की हमे,
हम खुद ही याद आएँगे जहाँ जिक्र ऐ वफ़ा होगा।
उसकी यादों से भरी है मेरे दिल की तिजोरी,
कोई कोहिनूर भी दे तो भी मैं सौदा ना करूँ।
ज़ार-ज़ार रोई आँखें ठहर गई दिल की धड़कन,
मेरे अपनों में मेरी औकात का मंज़र देखकर।
ऐ ज़िन्दगी बार बार न रुलाया कर,
हर किसी के पास चुप कराने वाला नहीं होता।
खव्वाहिश तो न थी किसी से दिल लगाने की पर,
किस्मत में दर्द लिखा है मोहब्बत कैसे न होती।
मोहब्बत की आज यूँ बेबसी देखी,
उसने तस्वीर तो जलाई मगर राख नहीं फेंकी।
ओ अजनबी ये तो बता दे कि कौन है तू,
तेरी हर बात मेरे दिल को छू जाती है।
मत पूछो ये मोहब्बत क्या है,
जो रुलाता है, उसी के गले लग कर,
रोने का जी चाहता है।
मुझ पर अपनों का प्यार बस यूँ उधार ही रहने दो,
बड़ा खुशनुमा है ये कर्ज़ मुझे कर्ज़दार ही रहने दो।
यूं तो अकसर कई मिलते हैं राह ए सफर में,
पर तुम मिले तो ऐसा लगा जैसे हमकदम मिल गया।
मोहब्बत वक़्त के बे रहम तूफानों से नहीं डरती,
उसे कहना बिछड़ने से मोहब्बत तो नहीं मरती।
तुम प्यार की बाते ना किया करो हमसे,
मासुम है हम बातो से बहक जाते है हम।
तय है बदलना हर चीज बदलती है इस जहां में,
किसी का दिल बदल गया किसी के दिन बदल गए।
हमारी पसंद अपनी निगाह से न तोलिये,
यह दिल के मामले हैं इनमें न बोलिये।
अश्क़ बह गए आँखों से मगर इतना कह गए,
फिर आएंगे तेरी आँखों में तू अपना सा लगता है।
अक्सर दिखावे का प्यार ही शोर करता है,
सच्ची मोहब्बत तो इशारों में ही सिमट जाती है।