Khushi Shayari (ख़ुशी शायरी): नमस्कार दोस्तों, हमेशा की तरह आज फिर से हाजिर है एक नए पोस्ट के साथ जिसका टाइटल Khushi Shayari है। इस पोस्ट मे ख़ुशी शायरी का बेहतरीन कलेक्शन है। इस आर्टिकल मे Khushi Wali Shayari के images भी है जिसे आप सोशल साइट पे शेयर कर सकते है। हम उम्मीद करते है की इस पोस्ट की ख़ुशी शायरी आपको अच्छी लगेगी।
बहुत देखे होंगे तुमने ख़ुशी के आंसू,
कभी हमसे मिलना हम तुमको गम की हंसी दिखाएंगे।
दुनिया को हर वक्त ख़ुशी चाहिए,
और मुझे हर ख़ुशी में तु चाहिए।
हम तो दोस्ती में ही ख़ुश थे,
तुमने ही गले लग कर बात बिगाड़ दी
मैं हर उस शख्स की कर्जदार रहूंगी,
जो मेरी ख़ुशी में ख़ुश होता रहा।
जो मेरे गम में आया वो तो मेरा
परिवार बन गया।
Khushi Shayari
उनके चेहरे मुझे हमेशा याद रहते है,
जो मेरी ख़ुशी में मुझसे ज्यादा ख़ुश रहते हैं।
बस यही आदत मुझे उसकी अच्छी लगती है,
उदास करके मुझे वो भी ख़ुश नहीं रहती है।
अजीब हालत है तबीयत का इन दिनों साहब,
ख़ुशी ख़ुशी नहीं लगती और गम बुरा नहीं लगता।
वक़्त और खुशी तेरे गुलाम होंगे,
हर पल और पहलू तेरे ही नाम होंगे,
ज़रा मूड कर देखना मेरे दोस्त,
तेरे हर कदम के नीचे मेरे हाथो के निशान होंगे।
ख़ुशी शायरी
आज अचानक ही नाम पूछ लिया उसने मेरा,
और उसी का बता दिया मैंने ख़ुशी के मारे।
नहीं लगेगा उसे देखकर मगर ख़ुश है
मैं ख़ुश नहीं हूं मगर देख कर लगेगा नहीं।
इसे हमारी ख़ुशी की खुदकुशी समझो,
कि उनकी ख़ुशी के लिए उनसे बातें बंद हैं।
जबरदस्ती नहीं होती रिश्ते में,
तुम ख़ुश हो तो मुकम्मल है मेरा इश्क़।
हर ख़ुशी गम का ऐलान है,
हर मुलाक़ात जुदाई का ऐलान है,
ना रखा किसी से उम्मीद हर,
उम्मीद दिल टूटने का फरमान है।
Khushi Wali Shayari
अब तो ख़ुशी भी मिलती है तो डर सा लगता है,
कि पता नहीं इस ख़ुशी की कौनसी कीमत चुकानी पड़ेगी।
झूम लूं तेरी ही बाँहों में एक खुशी बनकर,
जो मिल जाए तू मुझे एक जिंदगी बनकर।
आँख खुलते ही याद आ जाता हैं तेरा चेहरा,
दिन की ये पहली खुशी भी कमाल होती है।
हर पल में प्यार है हर लम्हे में खुशी है,
खो दो तो यादें हैं जी लो तो जींदगी हैं।
Khushi Shayari
जाने क्यों इस जहाँ मे ऎसा होता है,
खुशी जिसे मिले वही रोता है,
उम्र भर साथ निभा ना सके जो,
जाने क्यों प्यार उसी से होता है।
किसी शायर से कभी उसकी उदासी की वजह पूछना,
दर्द को इतनी ख़ुशी से सुनाएगा की प्यार हो जायेगा।
मेरी रब से एक गुज़ारिश है,
छोटी सी लगानी एक सिफारिश है,
रहे जीवन भर खुश मेरे पापा,
बस इतनी सी मेरी ख्वाहिश है।
एक हारा हुआ ईन्सान,
हारने के बाद भी स्माईल करे तो,
जितने वाला अपनी जीत की खुशी खो देता है।
ख़ुशी शायरी
जान से भी ज्यादा चाहता हूं आपको,
खुशी से भी ज्यादा मांगता हूं आपको,
कोई अगर ये कहे कि प्यार की हद होती है,
कसम से उस हद से भी ज्यादा चाहता हूं आपको।
खुशी के लिए कुछ करोगे तो शायद खुशी न मिले,
लेकिन अगर खुश होके कुछ करोगे तो खुशी जरूर मिलेगी।
थोड़ी खुशी मांगी थी रब से उन्होंने,
हमें आपसे मिला कर खुशनसीब बना दिया।
मेरी आवारगी को तुम नादानी न समझना,
जुदा जो हूं मैं तुमसे सिर्फ तुम्हारी खुशी के लिए।
Khushi Wali Shayari
अपने दरमियान अफसाने बहुत हैं,
इम्तेहां ज़िन्दगी में आने बहुत हैं,
जो मिला नहीं उसका क्या गिला करना,
दुनिया में खुश रहने के बहाने बहुत है।
तेरी खुशी के हज़ार ठिकाने होंगे,
मेरी मुस्कान की वजह सिर्फ तुम हो।
ढूंढने से भी नहीं मिलते अब,
अपनी ज़िन्दगी के वो बेहतरीन लम्हें,
जब हम बचपन में त्योहार में खुशी के मारे सारा दिन, इधर से उधर दौड़ते रहते थे।
ज़िंदगी में आप कितने खुश हैं,
ये मायने नहीं रखता,
बल्कि आपकी वजह से कितने लोग खुश हैं,
ये ज्यादा मायने रखता है।
Khushi Shayari
खुश हूँ कि मुझे रुला कर तुम हंसे तो सही
मेरे ना सही किसी के दिल मै बसे तो सही।
तू ही मेरी हर खुशी तू ही मेरा जहान है,
कैसे यकीन दिलाऊं पगली तुझमें ही बसी मेरी जान है
तुम में और हम में बस इतना सा फर्क है,
कि तुम जिस चीज की चाह रखते हों,
उसे पाकर खुश होते हो
और हम सिर्फ तुझे खुश होता देख कर।
अब तो न किसी की चाह,
न ही किसी से कोई आस बाकी है,
बस तू जहां भी जाए हमेशा खुश रहे,
मेरे लिए तो बस इतना ही काफी है।
ख़ुशी शायरी
नसीब ने पूछा बोल क्या चाहिए,
ख़ुशी क्या मांग ली, खामोश हो गया।
जब में खुश होता हूँ तो वो भी खुश होता हैं,
में बात आईने की कर रहा हूँ इंसान की नहीं।
मिलते हैं हसी, आँसू दर्द, और खुशी
मोहब्बत करना जैसे कि खुदखशी।
जरूरी नहीं हर रिश्ता लड़ाई-झगड़े से खत्म हो,
कुछ रिश्ते किसी की खुशी के लिऐ भी खत्म करने पडते है।
Khushi Wali Shayari
अब मैं जीत भी जाऊ तो दिल खुश नहीं होगा,
मैंने जिस शख्स को हारा है वो अनमोल बहुत था।
तेरे फैसले पर सवाल ना उठाऊँ यही मेरा इश्क़ है,
तुझे हर पल खुश देखना चाहूँ यही मेरा इश्क़ है।
सुना है जब वो मायूस होते हैं तो हमें बहुत याद करते हैं,
तू ही बता ऐ खुदा अब दुआ उनकी खुशी की करुँ या मायूसी की।
तुझे इनकार है मुझसे मुझे इकरार है तुझसे,
तू कफा है मुझसे मुझे चाहत है तुझसे,
तू मायूस है मुझसे मुझे खुशी है तुझसे,
तुझे नफरत है मुझसे और मुझे प्यार है सिर्फ तुझसे।
शिकायत नहीं ज़िंदगी से की तेरा साथ नहीं,
बस तुम खुश रहना यार हमारी तो कोई बात नहीं।
हमारी कलम से निकले,लफ्ज खुश नसीब बहुत हैं,
पहुँच जाते हैं उसके दिल में,जहां हम न पहुंच सके।
दुनिया में सिर्फ दिसंबर ही ऐसा है,
जिसके गुजरने पर सबको खुशी मिलती है।
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