Time Shayari: नमस्कार दोस्तो, हमेशा की तरह आज फ़िर से हाजिर है एक नए पोस्ट के साथ जिसका टाइटल है समय शायरी। हम उम्मीद करते है की ये पोस्ट आपको पसंद आयेगी और आप इसे अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करेंगे।
इश्क़ सुनते थे जिसे हम वो यही है शायद,
ख़ुद-ब-ख़ुद दिल में है इक शख़्स समाया जाता।
समय बदला दुनिया बदली आसमां बदल गया,
जिसके लिए हम खुद बदले वो इंसां बदल गया।
मैं डरता हूँ उस वक्त से कोई पूछ ना ले,
की वो अगर रूह में समाया था तो बिछड़ा कैसे।
हाँ मैं शायर हूँ क्योंकि मैंने खोया है,
करियर समय दोस्त उम्मीद और तुझे।
रात लंबी तो हर रोज़ होती है,
पता तो सिर्फ तब चलता है जब समय खराब हो।
दूर रहकर भी जो समाया है मेरी रूह के गहरायी में,
पास वालो पर वह शख्स कितना असर रखता हो।
तु दिल की हर धड़कन में समाया है
मुझे चाहने वाले तो बहुत है इस दुनिया में लेकिन मैंने तुझे और सिर्फ तुझे चाहा है।
खुदकुशी हमेशा जिस्म ही नहीं करते,
कुछ ख्याल समय की चौखट पर यूँ ही झूल जाया करते हैं।
पास वालो पर वह शख्स,
कितना असर रखता होगा।
फासलों में भी वो मुझमें समाया है,
उसकी मोहब्बत को रूह में बसाया है।
टाइम शायरी
अपने प्यार को समय दिया जाता है,
समय देखकर प्यार नहीं किया जाता।
कुछ कम मेहरबान नही हुई है जिंदगी,
समय समय पर दर्द मुझे देता रहा है।
समय हर समय को बदल देता हैं,
बस समय को थोडा समय चाहिये।
बहुत जरुरी है जिंदगी में थोडा खालीपन भी,
क्योंकि यही वो समय है जहाँ हमारी मुलाक़ात हमसे होती है।
इश्क़ सुनते थे जिसे हम वो यही है शायद,
ख़ुद-ब-ख़ुद दिल में है इक शख़्स समाया जाता।
समय बदला दुनिया बदली आसमां बदल गया,
जिसके लिए हम खुद बदले वो इंसान बदल गया।
कभी कभी ज़िन्दगी रुक सी भी जाती है तो आपका रुकना ज़रूरी नही,
बस समझ लीजिए बिखर कर निखरने का समय आ गया है।
मेरे अल्फाज में तुम समाये हो अभी तो तुम मिशाल ए वफाएं हो,
चहरे मासूम है और निगाह गहरी लगता है दिल में कई बात छुपाए हो।
मैं डरता हूँ उस वक्त से कोई पूछ ना ले
की वो अगर रूह में समाया था तो बिछड़ा कैसे।
ये मोह्हबत भी कमाल की चीज़ है साहब,
वक़्त-वक़्त की बात है एक समय के परायों के लिए अब मर जाते हैं लोग।
रात लंबी तो हर रोज़ होती है,
पता तो सिर्फ तब चलता है जब समय खराब हो।
तु दिल की हर धड़कन में समाया है,
मुझे चाहने वाले तो बहुत है इस दुनिया में लेकिन मैंने तुझे और सिर्फ तुझे चाहा है।
खुदकुशी हमेशा जिस्म ही नहीं करते,
कुछ ख्याल समय की चौखट पर यूँ ही झूल जाया करते हैं।
फासलों में भी वो मुझमें समाया है,
उसकी मोहब्बत को रूह में बसाया है।
अपने प्यार को समय दिया जाता है,
समय देखकर प्यार नहीं किया जाता।
साथ मे होना काफी नही मेरी,
पर समय पर साथ निभा जाना असरदार होता है।
बेवज़ह शक करना आदत है हमारी,
शायद इसीलिए खुदा को खुद में समाये रखते हैं हरदम।
यार गुस्सा हैं एकाध हमारे समय नही दे पाते न अब उतना,
जरा समझो यार तुम्हें तो समझा थक गए तुम न सही हमें तो आगे बढ़ने दो।
ठहर के देखा आज समय ठहर सा गया,
बात ज़रा तबियत से हुई मौसम भी बेईमान बदल सा गया।
समय है सही है तो सब सही है,
नहीं है तो कुछ खास बचा ही नहीं।
समय कुछ ऐसा खेल कर रहा है,
एक पराया अपनों से ज़्यादा हम पे मर रहा है।
मजदूरी की मजदूरी के हर पाई का हिसाब लेता है,
वो मग़रूर इतना है दौलत कमानें में औलादों को समय नहीं सिर्फ़ पैसा देता है।
बाहो में चाहे कोई भी आये महसूस वही होगा,
जो रूह में समाया होगा।
मेरे अश्कों के हर कतरे मे तेरा नाम है समाया,
तेरे इश्क़ ने मुझको इस कदर तेरा दिवाना है बनाया।
दिल की धडकन मे मोहब्बत की तरह समाये हो,
जब भी साँस ली हमने तुम बहुत याद आये हो।
अपनापन परवाह आदर और थोड़ा समय,
यह वो दौलत है जो हमारे अपने हमसे चाहते हैं।
मुहब्बत की इन्तिहां न पूछिये इस प्यार की वजह न पूछिये,
हर सांस मे समाये रहते हो कहां बसे हो तुम जगह न पूछिये।
मैं अपने आप से भी मिलने को तरस जाऊं,
मेरे वजूद में इतना भी न समाया करो।
आज यू ही नही ग़रीब हु मैं मोहब्बत में आंसू,
समय वफ़ा चाहत बेहन्नता खर्च किया है मैने।
मैं अपने आप में मिलनें को तरस जाऊं,
मेरे वजूद में इतना भी मत समाया कर।
Shayari on Time
मेरे हर अल्फाज में तुम समाये हो,
फिर कैसे कह दूँ तुम पराये हो।
एक उम्र लगी खुद को ये बात समझाने में,
बहुत समय लेना किसी को अपना बनाने में।
दूर रह कर भी जो समाया है मेरी रूह में,
पास वालों पर वो कितना असर रखता होगा।
मेरी रूह में समायी है तेरी खुशबू,
लोग कहते हैं तेरा इत्र लाजवाब है।
दिल करता है तुम्हे दुनिया से चुरा लू,
बना कर हमसफर अपना आशियाना बना लूं।
Time Shayari
खैरियत नही खयाल चाहते है,
हम मोहब्बत लाजवाब चाहते है।
अंदाज वो अपना कातिलाना रखती है,
इश्क मैं वो जलती है मोहब्बत मैं जलाती है।
धड़कते रहेंगे तुम्हारे दिल की गहराइयों में दिन रात हम,
जो कभी खत्म न हो वो अहसास हैं हम।
होंठ हिलते नहीं फिर भी बातचीत होती रहती है,
फासले घटते नहीं फिर भी मुलाक़ात होती रहती है।
शायद जल रहा है इश्क़ किसी का,
तभी तो नजर आ रही है धुंध हर जगह।
अगर कभी मुझे हक मिला अपनी तकदीर लिखने का,
कसम रब की तेरा नाम लिखकर कलम तोड़ देंगे।
दिल करता है तुम्हे दुनिया से चुरा लू,
बना कर हमसफर अपना आशियाना बना लूं।
मैं अब उसे भूल नही सकता,
उसे छोड़ किसी का हो नही सकता।
बे खबर थे हम मोहब्बत के ठिकाने से,
चर्चा ये आम हो गया आप के दिल मैं रहने से।
बड़े ही गुरुर मैं रहते है वो,
और बाते मोहब्बत की करते है वो।
जी चाहे कि दुनिया की हर एक फ़िक्र भुला कर,
दिल की बातें सुनाऊं तुझे मैं पास बिठाकर।
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